अनियमितता मिलने पर रायबरेली के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी निलंबित, ये है पूरा मामला
ईंट-भट्ठों के संचालन की अनुमति देने में अनियमितता के आरोप में रायबरेली के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप कुमार विश्वकर्मा को निलंबित कर दिया गया है। जाँच में पाया गया कि उन्होंने भट्ठा मालिकों से पाँच साल का शुल्क लेकर केवल दो साल के लिए अनुमति दी। शिकायत मिलने पर बोर्ड के चेयरमैन ने तीन सदस्यीय समिति गठित की जिसने पाँच मामलों में अनियमितता की पुष्टि की।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। ईंट-भट्ठों के संचालन के लिए सहमति दिए जाने में अनियमितता करने के आरोप में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रायबरेली के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप कुमार विश्वकर्मा को निलंबित कर दिया गया है।
जांच में पाया गया है कि इन्होंने ईंट-भट्ठा मालिकों से पांच साल का शुल्क लेकर महज दो साल भट्ठा संचालन की सहमति दी।जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन रवींद्र प्रताप सिंह ने विश्वकर्मा को निलंबित कर दिया है।
बोर्ड के सदस्य सचिव संजीव कुमार ने निलंबन का आदेश जारी किया है। क्षेत्रीय अधिकारी रायबरेली के खिलाफ अनिमितता की शिकायतें बोर्ड को मिली थी। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए बोर्ड के चेयरमैन ने इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था।
इस समिति में पर्यावरण अभियंता प्रवीण व राधेश्याम और मुख्य विधि अधिकारी अनुज चौबे को शामिल किया गया। जांच टीम ने पिछले तीन महीने में क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी द्वारा निस्तारित किए गए 35 मामलों की पड़ताल की। जिनमें से पांच मामलों में अनियमितता की पुष्टि जांच समिति ने की है।
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