Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सहारा शहर पर लखनऊ नगर निगम का कब्जा, कर्मचार‍ियों को बाहर कर सभी गेटों पर डाला ताला

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 10:14 PM (IST)

    लखनऊ नगर निगम ने गोमतीनगर स्थित सहारा शहर को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस की मदद से सभी गेटों पर ताले लगा दिए गए और कर्मचारियों को बाहर कर दिया गया। 1995 में 173 एकड़ जमीन आवासीय उद्देश्य के लिए दी गई थी लेकिन कंपनी ने लीज डीड के पैसे जमा नहीं किए और न ही आवासीय योजनाएं बनाईं।

    Hero Image
    सहारा शहर पर लखनऊ नगर निगम का कब्जा।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। लंबी कवायद और कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार नगर निगम ने गोमतीनगर स्थित सहारा शहर को पूरी तरह से कब्जे में ले लिया। सोमवार को निगम के अफसरों ने पुलिस की मदद से सहारा शहर के सभी गेटों पर ताले डालकर कर्मचारियों को बाहर कर दिया। सहारा शहर पर अब नगर निगम के कर्मचारी तैनात हैं, जिनकी अनुमति से ही किसी को प्रवेश मिल पाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    करीब 30 वर्षों से सहारा का यहां पर कब्जा था। सहारा इंडिया के प्रबंध निदेशक स्व. सुब्रत राय की पत्नी स्वप्ना राय व अन्य परिवारजन के मुंबई शिफ्ट होने की बात कही जा रही है। नगर निगम ने 1995 में 173 एकड़ जमीन सहारा इंडिया को आवासीय उद्देश्य के लिए दी थी, लेकिन कंपनी की तरफ से न तो लीज डीड के 150 करोड़ रुपये जमा किए गए और न ही वहां अनुबंध के तहत आवासीय योजनाएं बनाई गईं।

    नगर निगम ने डीड लीज का उल्लंघन करने पर सहारा शहर पर कार्रवाई करते हुए जमीन अपने कब्जे में ले ली। लीज अनुबंध को दरकिनार करते हुए सहारा शहर में कारपोरेट कार्यालय के अलावा गेस्ट हाउस और अन्य कई तरह के अस्थायी निर्माण कराए गए थे। देश-विदेश के विशिष्ट मेहमान सहारा शहर में ही ठहरते थे। एक तरह से पूरी सहारा इंडिया कंपनी यहीं से चलती थी, क्योंकि सहारा के प्रबंध निदेशक सुब्रत राय अधिकतर यहीं पर लोगों से मुलाकात करते थे।

    नगर निगम ने सहारा शहर के गेटों पर अपने ताले जड़ने के साथ ही वहां के करीब 40 मवेशियों को कान्हा उपवन छोड़ दिया। निगम के जोनल अधिकारी-4 संजय यादव, संपत्ति प्रभारी रामेश्वर और तहसीलदार अरविंद पांडे पुलिस बल के साथ शाम पांच बजे के करीब सहारा शहर पहुंचे और गेट पर ताला लगाना शुरू कर दिया।

    सहारा शहर में कुल चार गेट हैं, जिन पर पहले से ही पुलिस तैनात है। कर्मचारियों ने विरोध तो किया लेकिन नगर निगम के अफसरों ने उनको बाहर कर दिया। कर्मचारियों का कहना था कि उन लोगों को महीनों से वेतन नहीं मिला है। अब हम लोगों का क्या होगा? नगर निगम के कब्जे के बाद माना जा रहा है कि सहारा शहर में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल विहारी वाजपेयी का स्मारक बनाए जाने की तैयारी तेज होगी।

    यह भी पढ़ें- छांगुर ने अवैध मतांतरण के लिए नीतू-नवीन के जरिए कराई थी विदेशी फंडिंग, छह के खि‍लाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखि‍ल