बिजली विभाग से परेशान बुलंदशहर के व्यक्ति ने लखनऊ में जहर खाकर दी जान, CM ऑफिस ने तलब की रिपोर्ट
लखनऊ में बुलंदशहर के अजय कुमार शर्मा नामक एक व्यक्ति ने बिजली विभाग से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने एक पत्र में ट्रांसफार्मर खराब होने रिश्वत मांगने और झूठा मुकदमा दर्ज करने जैसे आरोप लगाए हैं। मृतक के परिवार का कहना है कि बिजली चोरी के आरोप के कारण उन्हें नया कनेक्शन भी नहीं मिल रहा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। बुलंदशहर के कोतवाली नगर स्थित ततारपुर निवासी 52 वर्षीय अजय कुमार शर्मा ने बिजली विभाग से नाराज होकर शुक्रवार को लामार्ट चौराहे के पास जहर खा लिया। बेसुध होकर गिरने पर पुलिस टीम ने उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि अजय के पास से एक शिकायती पत्र बरामद हुआ है, जिसमें लिखा है कि वर्ष 2014 में उनकी आटा चक्की के पास लगा ट्रांसफार्मर जल गया था। शिकायत के बाद दूसरा ट्रांसफार्मर लगाया गया, लेकिन वह भी महज एक घंटे में ही जल गया। इसकी शिकायत की गई तो तीन महीने तक ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया, जिससे उनकी आटा चक्की बंद हो गई।
आरोप है कि ट्रांसफार्मर लगवाने के लिए संपर्क किया तो बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने उनसे 70 प्रतिशत भुगतान करने को कहा और विरोध करने पर उन्हें भगा दिया। इसके बाद उन्होंने गाजियाबाद के मुख्य अभियंता से शिकायत की तो ट्रांसफार्मर लगवाने के एस्टीमेट में उनका नाम डाल दिया गया। उन्होंने आवेदन हटवाने के लिए पत्र लिखा तो वह उच्चाधिकारियों तक पहुंचा नहीं, बल्कि उनसे 50 हजार रुपये की मांग की गई। इस दौरान आरोप है कि बिजली विभाग ने उसकी चक्की पर छापा मारा और मुकदमा दर्ज कर दिया। अजय 12 वर्ष से न्याय के लिए भटक रहे थे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
लाइनमैन और पुलिस कर्मियों ने छापेमारी में दर्ज किया मुकदमा
पीड़ित अजय के पत्र के अनुसार, लगातार मामले की पैरवी करते देख बिजली विभाग के अधिकारी उसे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगे। दो अगस्त 2014 को लाइनमैन गनपत, मीटर रीडर और दो पुलिस कर्मियों ने बिना जेई की मौजूदगी के चक्की में छापेमारी की। इसके बाद झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया। 12 साल तक लगातार कोर्ट कचहरी के चक्कर काटता रहा। इस लिए गोली खाकर आत्महत्या कर रहा हूं।
पड़ोसियों से झगड़े के बाद लाए थे सल्फास
अजय की मौत की जानकारी मिलने पर उनकी पत्नी अनीता, दो पुत्री चिंकी व हिना, दो पुत्र मोहित व पुष्कर का रोकर बुरा हाल है। चिंकी विवाहित है। स्वजन ने बताया कि अजय झगड़ालू किस्म के व्यक्ति थे। वर्ष 2014 में वह आटा चक्की चलाते थे। उन्होंने बिजली कनेक्शन कटवा लिया था। चोरी की बिजली से चक्की चलाते हुए बिजली विभाग की टीम ने पकड़ा था। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था, जो अपर जिला जज ईसी एक्ट के न्यायालय में विचाराधीन है।
इस मुकदमे की अगली तारीख 19 सितंबर नियत थी। मुकदमे को लेकर वह परेशान थे। मोहित ने बताया कि उनके पिता आठ वर्ष से परिवार से अलग घर के सामने स्थित मकान में अकेले रहते थे। एक बार दादा सत्यदेव पर भी चाकू से हमला कर दिया था। स्वजन के साथ भी मारपीट करते थे। आठ सितंबर को पिता का पड़ोसियों से झगड़ा हुआ था। उसी दिन पिता आत्महत्या करने के लिए सल्फास की गोली लाए थे। स्वजन ने डायल 112 पर कॉल की थी। पुलिस ने समझाकर उनको शांत कर दिया था। दो दिन पहले वह बिना बताए लखनऊ चले गए। शुक्रवार को गांव में पहुंचे अधिकारियों ने पिता की मौत होने की जानकारी दी।
शव लेने पुत्र के साथ लखनऊ रवाना हुए अधिकारी
बुलंदशहर के एसडीएम सदर दिनेश चंद व एसपी सिटी शंकर प्रसाद गांव पहुंचे और स्वजन से जानकारी हासिल की। एसडीएम ने बताया कि अजय का शव को लेने को बेटा पुष्कर, तहसीलदार सदर, अधिशासी अभियंता के साथ टीम को एंबुलेंस से लखनऊ भेजा गया है।
परिवार को नहीं मिला विद्युत कनेक्शन
मोहित ने बताया कि वह नया मकान बना रहा है। वर्ष की शुरुआत में उसने दादा सत्यदेव के नाम से आवेदन किया, लेकिन बिजली विभाग ने पिता पर चल रहे बिजली चोरी के मुकदमे के कारण विद्युत कनेक्शन नहीं दिया। उलकी मां अनीता ने दोबारा पांच जून को आवेदन किया, लेकिन इस बार भी कनेक्शन नहीं दिया गया।
विभाग ने सीएम कार्यालय भेजी रिपोर्ट
सीएम कार्यालय से मामले की रिपोर्ट तलब की गई। बिजली विभाग के अधिकारियों ने गाजियाबाद व बुलंदशहर से पुरानी फाइलों को खंगाला और मुख्य अभियंता कार्यालय से रिपोर्ट भेज दी गई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।