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    बैंक ऑक्शन में महिला ने 1.15 करोड़ में खरीदा भूखंड, LDA ने ढहा दिया घर; कहा- जमीन थी ही नहीं

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 08:00 PM (IST)

    लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में एलडीए की कथित लापरवाही से एक महिला का घर तोड़ दिया गया। महिला ने बैंक नीलामी में भूखंड खरीदा था। एलडीए का कहना है कि ले-आउट परिवर्तन में गलती से भूखंड मिसिंग दर्ज हो गया था। अब महिला को फ्लैट लेने या धनराशि वापस लेने का प्रस्ताव दिया गया है। नागरिक सुविधा दिवस में यह मामला छाया रहा।

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    बैंक आक्शन में 1.15 करोड़ में खरीदा भूखंड, एलडीए ने ढहा दिया घर।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। गोमती नगर विस्तार की 30 मीटर सड़क पर 1,615 वर्ग फीट का भूखंड संख्या 4/542 गायब हो गया, भूखंड पर काबिज दीपा मिश्रा ने बैंक आक्शन में 1.15 करोड़ रुपये में भूखंड खरीदा और भवन बनाया।

    एलडीए की प्रवर्तन टीम ने 26 जून को घर ढहा दिया। अब प्राधिकरण ने लिखा है कि ले-आउट परिवर्तन में गलती से भूखंड मिसिंग दर्ज हो गया इसलिए कार्रवाई हुई। महिला चाहे तो अपार्टमेंट में फ्लैट ले सकती है या फिर प्राधिकरण कोष में जमा धनराशि वापस ले ले।

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    नागरिक सुविधा दिवस में यह प्रकरण पूरे समय चर्चा में रहा। दीपा के पति विकास मिश्र ने एलडीए पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, चहेतों को भूखंड देने के लिए उनका घर तोड़ा गया। एलडीए के नागरिक सुविधा दिवस में मंगलवार को नवनियुक्त मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत पहली बार जनसुनवाई करने पहुंचे थे।

    एलडीए की कार्रवाई से खफा विकास ने बताया, 2004 में एलडीए ने इस भूखंड को प्रमोद कुमार वर्मा को आवंटित किया, 10 दिसंबर 2009 को रजिस्ट्री कराई गई थी और खरीदार ने यूनियन बैंक आफ इंडिया से ऋण लिया था।

    वह धन नहीं चुका पाए तो बैंक आक्शन में जून 2023 में उन्होंने इसे खरीदा और उस पर भवन बनाया, लेकिन एलडीए ने बीते 26 जून को उसे ढहा दिया गया। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार की ओर से 25 सितंबर को जारी आदेश में लिखा है कि ले-आउट में परिवर्तन होने से गलती से यह भूखंड मिसिंग में दर्ज हो गया था।

    विकास ने बताया, उनके भूखंड को एलडीए ने राम ज्यावन वर्मा को आवंटित करके कब्जा भी दे दिया है और उनसे फ्लैट में जाने का अनुरोध किया जा रहा है। नवनियुक्त मंडलायुक्त के पहली बार जनसुनवाई करने से बड़ी संख्या में लोग एलडीए पहुंचे थे।

    कमिश्नर ने बताया, नागरिक सुविधा दिवस में 54 शिकायतें मिली हैं, उनमें 11 का निस्तारण कर दिया गया है। अधिकांश प्रकरण आवंटित भूमि पर दूसरे का कब्जा होना, रजिस्ट्री के बाद भी कब्जा न मिलना, भूखंडों की रजिस्ट्री न होना आदि रहे हैं।

    इन मामलों की जांच कराई जाएगी। यहां पर एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार, सचिव विवेक कुमार श्रीवास्तव, अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा, मुख्य अभियंता नवनीत शर्मा आदि मौजूद रहे।

    ये शिकायतें भी आईं केस एक

    ऐशबाग के भानु प्रताप सिंह ने बताया, रामनगर ऐशबाग भदेवां में नजूल की भूमि पर 2003 में रामनगर आवासीय योजना शुरू हुई इसमें 80 भूखंडों को लीज पर आवंटित किया गया। इसमें व्यापक अनियमितता की गई है, एक ही परिवार के कई लोगों को पट्टा मिला है।

    केस दो-

    गोमती नगर विस्तार की नीलिमा जोशी ने बताया, सेक्टर छह वैष्णव खंड का विकास पूरा नहीं हुआ है। अवैध अतिक्रमण से लोग परेशान हैं। मलेशेमऊ का पानी इकट्ठा होने से संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा है। जमीनों को खाली कराया जाए।

    केस तीन -

    हैवतमऊ मवैया रायबरेली रोड के सुनील कुमार गौतम ने बताया, भूमि का जो गाटा संख्या चकरोड के रूप में दर्ज है उस पर अवैध कब्जा करके कांप्लेक्स बना है, इस निर्माण से उनका आना-जाना बाधित है। निर्माण को तोड़ा नहीं जा रहा।

    केस चार :

    एपी सेन रोड निवासी अशोक कुमार टंडन ने बताया, राजाजीपुरम मिल एरिया बेकरी रोड पर अवैध रूप से प्लाटिंग करके उनकी जमीन भी कब्जा कर ली गई है। मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

    केस पांच :

    बसंतकुंज की पल्लवी ने बताया, बसंतकुंज योजना सेक्टर ए की रजिस्ट्री के लिए 2023 से दौड़ लगा रहे हैं। एलडीए के अधिकारी कह रहे जब तक सड़क निर्माण पूरा नहीं होगा, तब तक रजिस्ट्री नहीं होगी, जबकि भूखंड पर लगातार अवैध कब्जे हो रहे हैं।

    केस छह :

    पेपर मिल कालोनी निशातगंज की मीरा त्रिपाठी ने बताया, एलडीए की कालोनी में भूतल पर रहने वाले परिवार ने उनका पानी रोक दिया, कूड़ा आदि छत पर जगह-जगह डाल रहे हैं। पुलिस कहती एलडीए जाओ, यहां के अधिकारी कह रहे पुलिस से शिकायत करो।

    केस सात :

    चिनहट द्वितीय के पार्षद शैलेंद्र वर्मा ने बताया, विभूति खंड के तालाब की भूमि पर बिल्डर ने अतिक्रमण किया है। इसी खंड में प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय के सामने ट्यूबवेल 15 साल से एलडीए शुरू नहीं कर रहा है। इससे पेयजल की समस्या है।