शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 65 लाख की ठगी, लखनऊ के निवेशक से केएपी ग्लोबल ने हड़प लिए पैसे
लखनऊ में केएपी ग्लोबल इंवेस्टमेंट कंपनी ने उमेश मिश्र से निवेश के नाम पर 65.40 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। कंपनी का निदेशक कुणाल मेहता है जिसने खुद को सीए बताया था। उमेश ने अप्रैल से जून 2023 के बीच निवेश किया जिससे शुरुआत में उन्हें मुनाफा हुआ लेकिन बाद में बंद हो गया। जांच में पता चला कि कुणाल को ईडी ने गिरफ्तार किया था।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। शेयर ट्रेडिंग कंपनी केएपी ग्लोबल इंवेस्टमेंट कंपनी में निवेश के नाम पर उंमेश मिश्र के 65.40 लाख रुपये हड़प लिया। तय समय बाद मुनाफे के लिए संपर्क करने पर टालमटोल की गई। इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि कंपनी निदेशक के खिलाफ पूर्व में करीब आधा दर्जन मामले दर्ज हो चुके हैं। आरोपित की तलाश की जा रही है।
गोमतीनगर के सरयू अपार्टमेंट निवासी उंमेश मिश्र ने बताया कि विभूतिखंड में कंपनी का कार्यालय है। कंपनी का निदेशक कुणाल मेहता है। कुणाल ने खुद को सीए बताया था। आरोपित ने बताया था कि उनकी कंपनी भारत और यूएस शेयर बाजारों में इक्विटी और सिक्योरिटीज ट्रेडिंग करती है।
बातों में फंसकर उमेश ने अपना, पत्नी जूही, मां अनुराधा और बेटे के 65.40 लाख रुपये का निवेश अप्रैल 2023 से जून 2023 के बीच किया।शुरुआत में उन्हें मुनाफा मिला, लेकिन 2024 के बाद वह बंद हो गया।
पीड़ित ने पड़ताल की पता चला कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मुंबई में ईडी ने आरोपित कुणाल को गिरफ्तार किया था। बाद में उसे जमानत मिल गई थी। संपर्क करने पर आरोपित ने पीड़ित को बताया कि खाते फ्रीज हैं। जल्द ही रुपये वापस कर दिए जाएंगे। उसके बाद आरोपित गायब हो गया।
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