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    यूपी में ग्रामीण उद्योग का नया स्रोत बनेंगी गोशालाएं, गो संरक्षण-पंचगव्य उत्पाद और बायोगैस उत्पादन पर जोर

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 09:17 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में गोशालाएं अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगी। पतंजलि के सहयोग से गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। प्रत्येक जिले में मॉडल गोशालाएं विकसित होंगी जहाँ पंचगव्य उत्पादों का निर्माण होगा। ग्रामीणों को गोमूत्र संग्रह और उत्पादों की बिक्री पर 50% कमीशन मिलेगा जिससे रोजगार बढ़ेगा। बाबा रामदेव जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर योजना को अंतिम रूप देंगे।

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    गाय से सशक्त होगा गांव और किसान।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश में अब गोशालाएं सिर्फ संरक्षण केंद्र नहीं, बल्कि ग्रामीण उद्योग और किसानों की आमदनी का नया स्रोत बनेंगी। गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाकर पंचगव्य उत्पाद, प्राकृतिक खेती और बायोगैस उत्पादन से गांवों को सशक्त किया जाएगा।

    इसे लेकर पतंजलि योगपीठ में यूपी गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण से विस्तृत चर्चा की। बैठक में तय हुआ कि पतंजलि गो संरक्षण, पंचगव्य उत्पाद निर्माण, प्राकृतिक खेती और बायोगैस संयंत्रों की स्थापना में तकनीकी सहयोग देगा।

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    प्रदेश के सभी 75 जिलों में दो से 10 गोशालाओं को चयनित कर उन्हें माडल गोशालाओं के रूप में विकसित किया जाएगा। वहीं, गो अभयारण्यों में खुले शेड, सुरक्षा व्यवस्था और गोवंश की स्वतंत्र आवाजाही सुनिश्चित की जाएगी। इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होंगे।

    गोमूत्र संग्रह और पंचगव्य उत्पादों की बिक्री में ग्रामीणों को सीधे जोड़ा जाएगा। इसके लिए 50 प्रतिशत कमीशन माडल लागू होगा, जिससे गांव-गांव के लोग आत्मनिर्भर बनेंगे और किसानों को अतिरिक्त आय का अवसर मिलेगा।

    गो सेवा आयोग के ओएसडी डा. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि गोशालाओं को आधुनिक बनाने के लिए जियो-फेंसिंग, गाय टैगिंग, फोटो मैपिंग और चारा इन्वेंटरी ट्रैकिंग जैसी तकनीकें लागू की जाएंगी।

    किसानों को नीम, गोमूत्र और वर्मी कंपोस्ट जैसे प्राकृतिक इनपुट उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे खेती की लागत घटेगी और मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी। बाबा रामदेव जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इस योजना का रोडमैप अंतिम रूप देंगे।