क्या होती है उन्नतशील खेती? विशेषज्ञ बोले- संकर बीज से किसानों को कम लागत में मिलेगा ज्यादा मुनाफा
लखनऊ के भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ जिसमें किसानों को उन्नत बीज और उपकरण वितरित किए गए। निदेशक डॉ. दिनेश सिंह ने उन्नत खेती से उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया। डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने संकर बीज से आय बढ़ाने की बात कही। संस्थान में स्वच्छता अभियान का समापन भी हुआ जिसमें गांधीजी के सिद्धांतों का पालन करने का संदेश दिया गया।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। रायबरेली रोड स्थित भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में मंगलवार को आयोजित कृषक प्रशिक्षण व कृषि संसाधन वितरण समारोह में निदेशक डॉ. दिनेश सिंह ने कहा कि उन्नतशील खेती व उपकरणों के प्रयोग से उत्पादन अधिक होगा और किसान खुशहाल होगा।
अनुसूचित जाति उप योजना के तहत आयोजित समारोह में गेहूं, सरसों, चना, मसूर के उन्नत बीज के अलावा किसानों को पाइप व बैट्री चालित स्प्रेयर वितरित किया गया।
पादप कार्यकी एवं जैव रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि संस्थान का उद्देश्य है कि किसानों को संकर बीज देकर उनकी आय बढ़ाई जाए। नोडल अधिकारी डा. कामता प्रसाद ने अनुसूचित जाति उप योजना के तहत संस्थान द्वारा चलाई जा रही किसान उपयोगी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
फसल उत्पादन के प्रधान वैज्ञानिक डा. तपेंद्र कुमार श्रीवास्तव के अलावा डा. दिनेश सिंह ने किसानों को गेहूं, चना, सरसों व मसूर की उत्पादन तकनीक और फसल सुरक्षा की जानकारी दी। माल, मलिहाबाद और काकोरी के 103 किसानों ने हिस्सा लिया। आयोजन में डा. बरसाती लाल, कमाल कुमार सुमन, डा. अनीता सावनानी के अलावा अभिषेक सिंह व अन्य वैज्ञानिक मौजूद थे।
स्वच्छता अभियान का समापन
भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान का समापन हुअ। निदेशक डा. दिनेश सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने सफाई, जीवन दर्शन, सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों को जीवन में उतारने का संदेश दिया था। जरूरत है कि हम सभी उसका पालन करें। अभिषेक सिंह ने बताया कि डा. कामता प्रसाद की मौजूदगी में विद्यार्थियों को जागरूक किया गया।
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