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    आधार कार्ड के साथ इन 2 युवकों ने कर दिया बड़ा झोल, सात दिन ले लिए रिमांड मंजूर

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 09:21 PM (IST)

    लखनऊ में एटीएस अदालत ने सलमान अंसारी और तालिब अंसारी नामक दो आरोपियों की सात दिन की पुलिस रिमांड मंजूर की है। इन पर बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को फर्जी आधार कार्ड बनवाकर भारतीय नागरिकता दिलाने का आरोप है। एटीएस 27 सितंबर 2025 से 3 अक्टूबर तक उनसे पूछताछ करेगी। इन आरोपियों पर अवैध रूप से आधार कार्ड बनाने और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आरोप है

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    फर्जी आधार बनवाने वाले दो आरोपितों की रिमांड मंजूर

    विधि संवाददाता, लखनऊ। भारत देश की नागरिकता दिलाने के लिए बांग्लादेशी और रोहिंगियाओ के नागरिकों के फर्जी आधार कार्ड बनवाने के आरोपित सलमान अंसारी व तालिब अंसारी का सात दिन का पुलिस कस्टडी रिमांड एटीएस के विशेष न्यायाधीश ने मंजूर कर लिया है।

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    एटीएस के अधिकारी आरोपितों से 27 सितंबर 2025 की सुबह दस बजे से रिमांड पर लेकर तीन अक्टूबर की शाम छह बजे तक पूछताछ कर सकेंगे।

    एटीएस के वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी नागेंद्र गोस्वामी ने आरोपितों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने की मांग वाली अर्जी देकर बताया कि 19 अगस्त को एटीएस की वाराणसी इकाई द्वारा 10 नामजद तथा अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

    जिसमे बताया था कि उन्हें सूचना मिली कि आजमगढ़, गोरखपुर, सहारनपुर, मऊ, औरैया, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, कोलकाता, दिल्ली एनसीआर, बिहार के लखीसराय और कटिहार के कुछ जनसेवा केंद्र के अधिकृत लोगो द्वारा फर्जी दस्तावेजो के आधार पर अवैध तरीके से 2500 रुपए से 3000 रूपये लेकर बांग्लादेशियों, रोहिंगियाओ, पाकिस्तानी, नेपाली और अवैध घुसपैठियो के फर्जी आधार बनाए जा रहे है।

    उन्हीं फर्जी आधार कार्ड के जरिए उन लोगों के फर्जी पासपोर्ट भी बनाए जा रहे है। इसके साथ ही उन लोगो द्वारा सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ लिया जा रहा है। जिसके बाद 21 अगस्त को आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

    उन्ही गिरफ्तार आरोपितों की पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर उनके पास से बरामद लैपटाप व मोबाइल के डेटा के संबंध में व अन्य आरोपितों के बैंक खातो में हुए संदिग्ध लेन देन के संबंध में पूछताछ करनी है।

    इसके अतिरिक्त आरोपितों द्वारा फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिए जिन-जिन जनसेवा केन्द्रों का प्रयोग किया गया है, उन जनसेवा केंद्रों और उसके संचालकों के विषय में भी पूछताछ की जाने के लिए रिमांड पर लिया जाना आवश्यक है। इस मामले के दो अन्य आरोपित अक्षय सैनी तथा राजीव कुमार तिवारी को भी एटीएस के अधिकारी पूर्व में रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुके है।