LDA आईटी सिटी में 188 एकड़ में बनेगा भव्य सेंट्रल पार्क और गोल्फ कोर्स, दिवाली पर होगी लॉन्चिंग
LDA | लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) आईटी सिटी योजना में 188 एकड़ में सेंट्रल पार्क और गोल्फ कोर्स बनाएगा। एलडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि सुल्तानपुर राजमार्ग के पास 2858 एकड़ में आईटी सिटी विकसित होगी जिसमें आवासीय और व्यावसायिक भूखंड होंगे। योजना में 445.65 एकड़ औद्योगिक क्षेत्र होगा और किसान लैंड पूलिंग नीति से लाभान्वित होंगे। योजना दीपावली पर लॉन्च होगी।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। एलडीए आइटी सिटी योजना में लगभग 188 एकड़ के विशाल क्षेत्रफल में सेंट्रल पार्क व गोल्फ कोर्स विकसित करेगा। इसके लिए ग्रीन बेल्ट की भूमि चिन्हित कराया जा रहा है।
सोमवार को एलडीए की टीम ने स्थल पर सेक्टर डेवलपमेंट का कार्य शुरू करा दिया। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया, इसी वर्ष दीपावली के अवसर पर योजना लांच की जाएगी।
एलडीए उपाध्यक्ष ने बताया, सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग व किसान पथ के मध्य लगभग 2,858 एकड़ क्षेत्रफल में आइटी सिटी विकसित होगी। मोहनलालगंज तहसील के ग्राम-बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकंदरपुर अमोलिया, सिद्धपुरा, परेहटा, पहाड़नगर टिकरिया, रकीबाबाद, मोहारी खुर्द, खुजौली व भटवारा की जमीन ली जाएगी।
योजना अपनी सर्वाेत्तम रोड कनेक्टिविटी के कारण लोगों के लिए उपयोगी होगी। योजना में 72 वर्गमीटर से 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल के लगभग 5,000 आवासीय भूखंड सृजित होंगे। वहीं, ग्रुप हाउसिंग के बड़े भूखंड भी नियोजित किए जाएंगे। आइटी सिटी को इस तरह विकसित किया जाएगा, ताकि अधिकतम निजी निवेश आकर्षित हो।
योजना में लगभग 445.65 एकड़ इंडस्ट्रियल एरिया व व्यावसायिक गतिविधियों के लिए लगभग 260 एकड़ क्षेत्रफल आरक्षित होगा। इससे इंडस्ट्रियल व व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे। योजना में लगभग 200 एकड़ ग्रीन बेल्ट के बड़े भू-भाग में गोल्फ सिटी बनाई जाएगी। साथ ही लगभग 15 एकड़ क्षेत्रफल में फैली वाटर बाडी योजना को पर्यावरण के अनुकूल बनाएगी।
किसानों ने खुद भूमि पूजन करके सौंपी मिट्टी
उपाध्यक्ष ने बताया, क्षेत्रीय किसान बड़ी संख्या में लैंड पूलिंग नीति के माध्यम से योजना के लिए जमीन दे रहे है। संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह के नेतृत्व में एलडीए की टीम ने सोमवार को मोहारी खुर्द व मोहारी कला गांव की लगभग 200 बीघा भूमि पर एक साथ कब्जा लेकर दो सेक्टरों का डेवलपमेंट का कार्य शुरू कराया। क्षेत्रीय किसान/भू-स्वामियों ने ने विकास कार्य में भागीदारी दिखाते हुए स्वयं भूमि पूजन करके एलडीए अधिकारियों के हाथों में मिट्टी सौंपी।
लैंड पूलिंग से किसानों को कई गुना लाभ
संयुक्त सचिव सिंह ने बताया, लैंड पूलिंग नीति के माध्यम से योजना के लिए अपनी जमीन देने वाले किसानों को कई गुणा लाभ होगा। जैसे मोहारी खुर्द गांव में जमीन का डीएम सर्किल रेट लगभग आठ लाख रुपये बीघा है। प्रतिकर के रूप में चार गुणा मुआवजा दिये जाने पर भी किसान को 32 लाख रुपये ही मिलेगा।
वहीं, लैंड पूलिंग नीति के तहत अपनी शत प्रतिशत भूमि निःशुल्क देने वाले किसान को योजना में 25 प्रतिशत विकसित आवासीय भूमि क्रमशः 6800 वर्गफीट मिलेगी। जिसकी कीमत तीन करोड़ रुपये से अधिक होगी और किसान को कई गुणा अधिक लाभ होगा।
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