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    पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में एक और घायल की मौत, संख्या हुई चार; सही इलाज न मिलने का लगा आरोप

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 07:49 PM (IST)

    लखनऊ के बेहटा गांव में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से घायल नदीम की केजीएमयू में मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या चार हो गई। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और अन्य की तलाश जारी है। परिजनों ने आरोप लगाया कि नदीम को सही इलाज नहीं मिला। रविवार को आलम के घर में विस्फोट हुआ था जिसमें आलम और उसकी पत्नी की भी मौत हो गई थी।

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    पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में चौथे घायल की भी मौत, एक आरोपित को दबोचा।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। कुर्सी रोड स्थित बेहटा गांव में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में घायल नदीम ने शुक्रवार को केजीएमयू की बर्न यूनिट में दम तोड़ दिया। इस हादसे में आलम, उसकी पत्नी मुन्नी और उसके बेटे इरशाद समेत अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।

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    उधर,गुडंबा पुलिस ने मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपितों की तलाश में सीतापुर, बाराबंकी समेत अन्य जिलों में टीम दबिश दे रही है। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह ने बताया कि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।

    एसीपी ने बताया कि बेहटा चौकी इंचार्ज हरिओम पटेल ने टीम के साथ मिलकर टीनू उर्फ अली अहमद को उसके इलाके से गिरफ्तार किया है। वह बेहटा गांव में अपने परिवार के साथ रहता था। गौरतलब है कि दो मुकदमे दर्ज किए गए थे - एक निलंबित चौकी प्रभारी बेहटा संतोष पटेल और दूसरा इंस्पेक्टर प्रभातेश श्रीवास्तव की तहरीर पर।

    इन मुकदमों में एक गिरफ्तारी के बाद से पुलिस शेरू, शोएब, अली अकबर, शेरू उर्फ बशीर, याकूब उर्फ घपलू, नसीम, अफजल और शानू की तलाश कर रही है। एसीपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान टीनू उर्फ अली अहमद के घर के सामने आबादी के बीच बने बाड़े से पुलिस ने 620 किलोग्राम सुतली बम, 30 किलो बारूद, सुतली और बुरादा बरामद किया था।

    उधर, नदीम के परिवारजन ने बताया कि उसके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी। अब नदीम भी नहीं रहा। पुलिस ने शव को परिवारजनों को सौंप दिया, जिसके बाद देर शाम शव को गांव के बाहर दफन कर दिया गया। इस मौके पर अन्य परिवारजन भी मौजूद थे

    परिवार का आरोप नहीं मिला सही इलाज

    परिवारीजन का आरोप है कि इरशाद को अच्छा इलाज नहीं मिला। इस लिए उसकी मौत हो गई थी। उसी तरह नदीम के साथ भी यही हुआ। उसे भी सही इलाज न मिल पाने के कारण इन्फेक्शन फैल गया और उसने दम तोड़ दिया। जबकि इरशाद की मौत के बाद प्रशासन से अच्छे इलाज की मांग की थी।

    यह था पूरा मामला

    बेहटा गांव में रविवार को सुबह 11 बजे आलम के घर में चल रही पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। इस हादसे में आलम और उसकी पत्नी मुन्नी की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा इरशाद और रिश्तेदार नदीम गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हूरजहां, उसका बेटा जियान, जैद और उसकी पत्नी इरम भी घायल हुए थे, जिन्हें उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई थी।

    नदीम और इरशाद को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां दोनों की मौत हो गई। उधर, मुकदमे में नामजद अन्य आरोपितों की तलाश में दो टीमें बाराबंकी और सीतापुर में दबिश दे रही हैं।

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