उत्तर प्रदेश में 16 वृहद गो संरक्षण केंद्रों का वर्चुअल लोकार्पण, 6400 गोवंश को मिलेगा आश्रय
Lucknow News | लखनऊ पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने पशुपालन निदेशालय में 16 वृहद गो संरक्षण केंद्रों का लोकार्पण किया। इन केंद्रों के निर्माण पर 25.61 करोड़ रुपये की लागत आई है जिनसे 6400 अतिरिक्त गोवंश को आश्रय मिलेगा। मंत्री ने गोवंश संरक्षण और गोशालाओं को स्वावलंबी बनाने पर जोर दिया साथ ही अधिकारियों को गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए।

राज्य ब्यूराे, लखनऊ। पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने मंगलवार को पशुपालन निदेशालय में आयोजित कार्यक्रम में 16 वृहद गो संरक्षण केंद्रों का वर्चुअल लोकार्पण किया। इनमें से ललितपुर में तीन, श्रावस्ती व झांसी में दो-दो और भदोही, प्रतापगढ़, बलरामपुर, सोनभद्र, रायबरेली, बांदा, लखीमपुरखीरी, फतेहपुर व कानपुर देहात में एक-एक केंद्र का निर्माण किया गया है।
निर्माण पर 25.61 करोड़ रुपये की लागत आई है। प्रदेश में वर्तमान में 7,608 गो आश्रय स्थलों में 12.36 लाख निराश्रित गोवंश संरक्षित है। नवनिर्वित 16 केंद्रों का संचालन शुरू होने से और 6400 गोवंश को आश्रय मिल सकेगा।
पशुधन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सहभागिता योजना में 1.14 लाख लाभार्थियों को 1.76 लाख निराश्रित गोवंश सिपुर्द किये गये हैं। चालू वित्तीय वर्ष में 560 वृहद गो संरक्षण केंद्रों की स्वीकृति दी गई है, इनमें से 403 का निर्माण पूर्ण हो चुका है और 387 का संचालन शुरू कर दिया गया है।
पशुपालन विभाग द्वारा गो आश्रय स्थलों को स्वावलंबी बनाने के लिए गोबर से गो दीप, धूपबत्ती, गमले, वर्मी कंपोस्ट के निर्माण के साथ सीबीजी उत्पादन इकाइयों की स्थापना की जा रही है। इनके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार सृजन भी हो रहा है।
मंंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गो संरक्षण कार्यों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए। केंद्रों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए। गोशालाओं में चारा, भूसा, प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था हो।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पशुधन अमित कुमार घोष, विशेष सचिव देवेन्द्र कुमार पांडेय, निदेशक प्रशासन एवं विकास डा. योगेन्द्र सिंह पंवार, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डा. राजीव कुमार सक्सेना, अपर निदेशक डा. संगीता तिवारी आदि उपस्थित थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।