यूपी के शिक्षकों के तबादले को लेकर जरूरी अपडेट, पढ़ाई पर असर न पड़े इसलिए विभाग ने लिया ये फैसला
लखनऊ के सहायता प्राप्त कॉलेजों के शिक्षकों के ऑफलाइन तबादले इस सत्र में नहीं होंगे। विभाग ने बीच सत्र में तबादले रोक दिए हैं पर जिन शिक्षकों ने एनओसी ले ली है उनकी एनओसी अगले सत्र तक सुरक्षित रहेगी। लगभग 1500 शिक्षकों ने आवेदन किया था लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। अब अगले सत्र से ऑनलाइन तबादले होंगे।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के एडेड कालेजों के शिक्षकों के आफलाइन स्थानांतरण (तबादले) इस सत्र में पूरे नहीं हो पाएंगे। विभाग ने बीच सत्र में तबादला रोक दिया है, ताकि विद्यालयों में पढ़ाई पर असर न पड़े।
जिन शिक्षकों ने अपने-अपने विद्यालयों से एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) ले लिया है, उनकी एनओसी अगले स्थानांतरण सत्र तक सुरक्षित रखी जाएगी। यानी इस वर्ष मिली एनओसी अगले सत्र में भी मान्य होगी। इसके लिए शासनादेश जल्द जारी किया जाएगा।
जून में करीब 1500 शिक्षकों ने आफलाइन तबादले के लिए आवेदन किया था। जिलों से उनकी पत्रावलियां शिक्षा निदेशालय तक पहुंच भी गई थीं, लेकिन तय समय निकल जाने के कारण तबादले पूरे नहीं हो सके। अब विभाग ने अगले सत्र से केवल आनलाइन स्थानांतरण का नियम बना दिया है।
शिक्षकों का आरोप है कि उन्हें बार-बार आश्वासन दिया गया, लेकिन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। कई संगठन निदेशालय के शिविर कार्यालय पर धरना दे चुके हैं। अब कुछ शिक्षक संभल जिले के चंदौसी में माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी के आवास पर आमरण अनशन पर बैठे हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने कहा कि निदेशालय ने एनओसी सुरक्षित रखने की बात मानी है। ऐसे में जिन पदों के लिए एनओसी जारी हो चुकी है, उनका अधियाचन आयोग को नहीं भेजा जाएगा।
उन्होंने मांग की कि निदेशालय अभी से आदेश जारी कर दे, ताकि यह अगले सत्र से लागू माना जाए। इससे शिक्षक निश्चिंत होकर पढ़ाई पर पूरी तरह ध्यान दे सकेंगे और अब तक की पढ़ाई की कमी को भी पूरा कर पाएंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।