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    CM Abhyudaya Yojana: अभ्युदय योजना से सच हो रहे सपने! यूपी के 14 युवाओं ने CAPF परीक्षा में मारी बाजी

    Updated: Sun, 13 Jul 2025 03:19 PM (IST)

    मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना ने युवाओं के सपनों को साकार किया है। इस योजना के 14 प्रतिभागियों ने यूपीएससी की केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल 2024 परीक्षा में सफलता प्राप्त की है जिसमें प्रयागराज के श्याम यादव ने देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को मुफ्त कोचिंग प्रदान करती है जिससे 87000 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं।

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    अभ्युदय से सच हो रहे हैं युवाओं के सपने।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना से युवाओं के सपने सच हो रहे हैं। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस योजना के 14 प्रतिभागियों ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल 2024 परीक्षा में सफलता हासिल की है। इनमें से प्रयागराज के श्याम यादव ने देशभर में दूसरी रैंक प्राप्त की है।

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    राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण विभाग असीम अरुण का कहना है कि यह योजना मुख्यमंत्री की दूरदृष्टि का परिणाम है, जो समाज के कमजोर वर्ग के युवाओं को भी राष्ट्रीय स्तर की सेवाओं में अवसर दिला रही है।

    समाज कल्याण अधिकारी पवन यादव ने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल परीक्षा में सफल अन्य अभ्यर्थियों में प्रतीक वर्मा को 61वीं रैंक, अभिषेक मिश्रा को 77वीं, अनूप कुमार को 106वीं, सत्यपाल सिंह यादव को 133वीं, दिव्या सिंह परिहार को 166वीं, हिमांशु मौर्या को 197वीं, मितेंद्र श्रीवास्तव को 208वीं, रोहित वर्मा को 224वीं, ललित सिंह को 225वीं, हिमांशु सिंह को 297वीं, मंगलदीप पाल को 313वीं, रुपाली सिंह को 365वीं और शिवम आनंद को 379वीं रैंक प्राप्त हुई है।

    देशभर में दूसरी रैंक हासिल करने वाले श्याम यादव ने अपनी सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को देते हुए कहा कि इस योजना से जुड़ने के बाद उन्हें बेहतर स्टडी मटीरियल, विशेषज्ञ शिक्षकों का मार्गदर्शन, माक टेस्ट और इंटरव्यू की प्रैक्टिस जैसी सुविधाएं मिलीं, जिससे उनकी तैयारी और आत्मविश्वास दोनों मजबूत हुए।

    मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना वर्ष 2021 में शुरू की गई थी, जो वर्तमान में प्रदेश के 75 जनपदों में 166 प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से संचालित हो रही है। योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर, लेकिन मेधावी छात्रों को सिविल सेवा, मेडिकल, इंजीनियरिंग, एनडीए, सीडीएस, सीयूईटी जैसी प्रतियोगिताओं की निश्शुल्क कोचिंग उपलब्ध कराना है।

    छात्रों को आनलाइन और आफलाइन दोनों माध्यमों से कक्षाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, साथ ही उन्हें पर्सनल मेंटरशिप, स्टडी मटीरियल, माक टेस्ट और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन की सुविधा भी दी जाती है। अब तक इस योजना से प्रदेश के करीब 87,000 से अधिक छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो चुके हैं, जिनमें से 1,100 से अधिक अभ्यर्थियों ने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है।