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    WhatsApp ग्रुप से दिया निवेश का झांसा, 'एंजल वन गार्ड' और 'सर्वत्र सीओ' जैसे फर्जी एप से ऐसे लूटे गए करोड़ों रुपये

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 06:39 PM (IST)

    लखनऊ में ठगों ने दो व्यापारियों को शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर 3.13 करोड़ रुपये ठग लिए। पीड़ितों को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर शेयर निवेश की जानकारी दी जाती थी और उनसे विभिन्न एप्स डाउनलोड करवा कर निवेश कराया गया। मुनाफा न मिलने पर पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर दो कारोबारियों से ठगे 3.13 करोड़ रुपये।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। ठगों ने दो व्यवसायियों को शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर 3. 13 करोड़ रुपये ठग लिए। मुनाफा न मिलने पर पीड़ितों ने रकम मांगी तो उन्हें टरकाया जाने लगा। इस पर पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

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    जानकीपुरम के सेक्टर ए निवासी अतुल गुप्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 30 जुलाई को उन्हें अंजान नंबर से एक व्हाट्सएप ग्रुप पर जोड़ा गया। उस ग्रुप में लोगों को शेयर में निवेश से जुड़ी जानकारी बताई जाती थी।

    ग्रुप के संचालक अम्ब्रीश कंघे और उसकी सहयोगी सनीका गोखले अक्सर लोगों को कंपनियों के स्टाक खरीदने का झांसा देती थी। बातों में आकर अतुल ने ठगों द्वारा भेजे गए लिंक से एंजल वन गार्ड एप डाउनलोड किया। दो सितंबर तक उनसे कई किस्तों में 1.48 करोड़ रुपये ठग लिए गए।

    अतुल का आरोप है कि उन्होंने जब मुनाफे की रकम निकालने का प्रयास किया तो रकम नहीं निकली। कारण पूछने पर उन्हें ग्रुप से हटा दिया गया। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने पुलिस से शिकायत की है। इसी तरह सआदतगंज के बावली बाजार निवासी व्यवसायी मयंक जैन से 1.65 करोड़ रुपये ठगे गए। मयंक ने बताया कि 16 अगस्त को उन्हें सी 09- सर्वत्र स्मार्ट इंवेस्टमेंट लाइंस ग्रुप से जोड़ा गया।

    बातों में लेकर जालसाजों ने उनसे सर्वत्र सीओ नाम का एक एप डाउनलोड कराया। इसके बाद मयंक ने कुछ रकम निवेश की। भरोसा जीतने के लिए पीड़ित को मुनाफा सहित रकम वापस कर दी गई। 17 से 26 सितंबर तक जालसाजों ने पीड़ित से 1.65 करोड़ रुपये खाते में ट्रांसफर करा लिए।

    इसके बाद उन्हें रकम नहीं दी गई। दोनों मामलों में पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर ब्रजेश यादव ने बताया कि लेनदेन सहित अन्य विवरण की जानकारी एकत्रित की जा रही है।