Lucknow Nagar Nigam News: मेयर के चुनाव से पहले ही लखनऊ में होंगे दो नगर निगम, यह मिलेगा लाभ
Lucknow Nagar Nigam News नगर निगम को दो भागों पर बांटने पर मंथन। 88 गांवों के शामिल होने से 568 वर्ग किमी हो गया है नगर निगम क्षेत्र चुने जाएंगे दो महापौर और दो नगर आयुक्त होंगे।

लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। Lucknow Nagar Nigam News: दो साल बाद होने वाले महापौर और 110 वार्डों के पार्षद चुनाव से पहले ही लखनऊ में दो नगर निगम होंगे। शासन में इसकी तैयारी कर ली गई है। चार दिन पहले नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल' ने अफसरों के साथ नगर निगम को दो भागों पर बांटने पर मंथन किया। इस पर भी मंथन किया गया कि दो नगर निगम बनने तक दो मुख्य अभियंता, दो उद्यान अधीक्षक और दो नगर स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती के साथ ही अपर नगर आयुक्त स्तर के अधिकारियों की भी संख्या बढ़ा दी जाए।
पहले भी लखनऊ नगर निगम को ट्रांस और सिस गोमती में बांटने पर मंथन होता रहा है, लेकिन अब नगर निगम सीमा में 88 गांवों के शामिल होने से क्षेत्रफल बढ़कर 568 वर्ग किलोमीटर हो गया है। अब पहले से ही देनदारी के बोझ से दबे नगर निगम नए क्षेत्र में कैसे विकास करा पाएगा, इसे लेकर अधिकारी भी परेशान है। शासन ने सीमा विस्तार के लिए कोई अतिरिक्त बजट नहीं दिया था।
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल' ने कहा कि लखनऊ में दो नगर निगम बनाने की तैयारी है। नगर निगम का क्षेत्रफल बढ़ता ही जा रहा है। अब 88 नए गांवों के शामिल होने से क्षेत्रफल के साथ ही आबादी भी बढ़ गई है। दो नगर निगम बनाने पर अधिकारियों से भी चर्चा हो गई है। अभी मेयर व पार्षदों का कार्यकाल दो साल शेष है। इसलिए इनके चुनाव से पहले ही नगर निगम को दो भागों में बांटने पर निर्णय होगा। इससे जनता को अधिक सुविधाएं मिल सकेगी।
यह लाभ मिलेगा
- नए नगर निगम को शासन से विकास निधि के लिए अलग से बजट मिलेगा।
- वेतन व बजट के लिए वित्त आयोग की राशि से बजट मिल सकेगा।
- अवस्थापना निधि से विकास की राशि मिल सकेगी।
- केंद्रीय वित्त आयोग से भी सहायता मिलेगा
- स्वच्छ भारत मिशन से भी मिल सकेगा सफाई को बजट।
1959 में 43 और 1987 में 80 गांव नगर निगम में शामिल हुए थे
- दिसंबर 2019 से पहले नगर निगम का क्षेत्रफल 310.104 वर्ग किलोमीटर था। तब वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार आबादी 28,17,105 थी।
- शामिल किए गए 88 गांवों की आबादी 2,69,464 आंकी गई है। इन गांवों की आबादी 588 से लेकर 15658 तक है
यह गांव हैं शामिल
- कैबिनेट ने तीन दिसंबर 2019 को 88 गांवों को नगर निगम में शामिल करने का निर्णय लिया और पांच दिसंबर को अधिसूचना जारी की गई थी। सीतापुर रोड के 15 गांव, कुर्सी रोड के दस गांव, फैजाबाद रोड के बीस गांव, सुलतानपुर रोड के 14 गांव, रायबरेली रोड के सात गांव, कानपुर रोड के आठ गांव, मोहान रोड के दो और हरदोई रोड के छह गांव शामिल किए गए।
ये 88 गांव शामिल हुए थे
- उत्तर दिशा में ग्राम- जेहटा, सैथा, अलीनगर, नरहरपुर, घैला, अल्लूनगर डिगुरिया, ककौली, मुतक्कीपुर, रायपुर, भिठौली खुर्द, मोहिउद्दीनपुर, खरगपुर जागीर, तिवारीपुर, मिर्जापुर, सैदपुर जागीर, रसूलपुर कायस्थ, अजनहर कलां, मिश्रपुर, गुडंबा, बरखुरदारपुर, आधार खेड़ा, बसहा, दसौली, रसूलपुर सादात, मोहम्मदपुर मजरा, नौबस्ता कलां, गोयला तथा धावा
- पूरब दिशा में ग्राम- उत्तर धौना, गणेशपुर रहमानपुर, सेमरा, शाहपुर, सराय शेख, टेराखास, लौलाई, निजामपुर मल्हौर, हासेमऊ, भरवारा, लोनापुर, चंदियामऊ, भैसोरा, खरगापुर, हुसेडिय़ा, मकदूमपुर, मलेसेमऊ, बाघामऊ, मस्तेमऊ, अरदौना मऊ, सरसवां, अहमामऊ, चककंजेहरा, माढरमऊ खुर्द, माढरमऊ कलां, हसनपुर खेवली, यूसुफनगर, हरिहरपुर, मलाक, घुसवलकलां, देवामऊ, मुजफ्फुरनगर, घुसवल, निजामपुर मझिगवां, सोनई कजेहरा, बरौना, सेवई तथा बरौली खलीलाबाद
- दक्षिण दिशा में ग्राम- बिरूरा, हरिकंश गढ़ी, पुरसेनी, कल्ली पश्चिम, अलीनगर खुर्द, अशरफ नगर, रसूलपुर इठुरिया, बिजनौर, नटकुर, मीरानपुर पिनवट, अमौसी तथा अनौरा को सम्मिलित किए जाने का प्रस्ताव है।
- पश्चिम दिशा में ग्राम- कलिया खेड़ा, अलीनगर सुनहरा, सदरौना, सरोसा भरोसा, नरौना, सलेमपुर पतौरा, सिकरोरी, लालनगर, महिपतमऊ, सरायप्रेमराज तथा मौरा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।