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    UP Metro: यूपी मेट्रो में हर चौथी ट्रेन की कमान महिलाओं के हाथ में, UPMRS में इन पदों पर कर रहीं काम

    Updated: Sat, 23 Aug 2025 08:56 PM (IST)

    लखनऊ मेट्रो में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। हर चौथी ट्रेन को महिला ऑपरेटर चला रही हैं। वर्तमान में यूपीएमआरसी में लगभग 22% महिला कर्मचारी हैं जो विभिन्न विभागों में काम कर रही हैं। 25% महिला स्टेशन कंट्रोलर/ट्रेन ऑपरेटर मेट्रो का संचालन संभाल रही हैं। सुरक्षित यात्रा के लिए कोच में आपातकालीन इंटरकॉम सिस्टम भी उपलब्ध है।

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    यूपी मेट्रो में हर चौथी ट्रेन की कमान महिलाओं के हाथ

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब 28 दिसंबर 2021 को कानपुर में मेट्रो सेवा की शुरुआत की तो उनको लेकर जिस ट्रेन आपरेटर ने अपने गंतव्य तक सुरक्षित यात्रा करायी, वह ज्योति शुक्ला हैं। ज्योति शुक्ला की तरह ही यूपी मेट्रो में ट्रेन आपरेटर और स्टेशन कंट्रोलरों की अहम जिम्मेदारी महिलाओं के हाथ में है। यूपी मेट्रो में हर चौथी ट्रेन की कमान यह महिलाएं संभाल रही हैं।

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    यूपी मेट्रो में महिलाओं की भागेदारी पुरुषों से कम नहीं है। समान रूप से महिलाएं मेट्रो संचालन में बढ़- चढ़कर जिम्मेदारी संभाल रही हैं। वर्तमान में यूपी मेट्रो में महिलाएं मेट्रो संचालन के साथ तकनीकी और प्रशासनिक जिम्मेदारियां भी बखूबी निभा रही हैं। मेट्रो के कई प्रमुख स्टेशनों पर महिला आपरेटर्स और स्टाफ अपनी दक्षता और समर्पण से यात्रियों का भरोसा जीत रही हैं।

    वर्तमान में यूपीएमआरसी में कार्यरत कुल कर्मचारियों में से लगभग 22 प्रतिशत महिलाएं हैं। इनमें लखनऊ, कानपुर और आगरा में महिलाएं आर्किटेक्चर, एचआर, फाइनेंस, आपरेशन, सिविल समेत अन्य विभागों में सेवाएं दे रही हैं। यदि बात मेट्रो के सबसे अहम आपरेटिंग की जिम्मेदारी की हो तो यह आंकड़ा 25 प्रतिशत तक हो जाता है।

    यूपीएमआरसी में 25 प्रतिशत महिला स्टेशन कंट्रोलर/ट्रेन आपरेटर (एससीटीओ) हैं, जो मेट्रो की बागडोर संभाल रही हैं। इसके साथ ही ट्रेन चलाने में अधिकतम माइलेज हासिल करने वाली शीर्ष पांच ट्रेन आपरेटर भी महिलाएं हैं जो एक उपलब्धि है। हाल ही में 49 अन्य स्टेशन कंट्रोलर /ट्रेन आपरेटर यूपीएमआरसी में शामिल हुए हैं जिनमें से 15 महिलाएं हैं।

    इनको मिलाकर महिला कर्मचारियों की कुल भागीदारी बढ़कर 30 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यूपीएमआरसी के एमडी सुशील कुमार कहते हैं कि हम अंतर को समाप्त कर महिला कर्मचारियों को पुरुष समकक्षों के बराबर लाने की सोच रखते हैं। हम महिलाओं को अधिक अवसर देने के लिए अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं और उन्हें उच्च जिम्मेदारियां लेने और उनके प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं।

    यूपीएमआरसी की वर्दी पहनने वाली हमारी महिला कर्मचारी हम में से प्रत्येक में गर्व की भावना पैदा करती हैं। उनकी कर्तव्यपरायणता से महिला यात्री सुरक्षित सफर कर सकें, इसकी भी व्यवस्था की गई है। हर कोच में आपातकालीन इंटरकाम (पीईआइ) सिस्टम से किसी भी आपात स्थिति में महिला ट्रेन आपरेटर से तुरंत बातचीत की जा सकती है।