Lucknow Metro को मिला उत्कृष्टता का पुरस्कार, मेट्रो रेल विद द बेस्ट मल्टी-माडल इंटीग्रेशन की श्रेणी में चुनाव
चार से छह नवंबर के बीच कोच्चि में अर्बन मोबिलिटी इंडिया सम्मेलन-2022 में उत्कृष्ट शहरी परिवहन के लिए पुरस्कार दिया गया। इसमें लखनऊ मेट्रो को भी पुरस्कार मिला है। मेट्रो रेल विद द बेस्ट मल्टी-माडल इंटीग्रेशन’ की श्रेणी में मेट्रो का चुनाव किया गया है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। मुस्कुराइए कि आप लखनऊ मेट्रो में सफर कर रहे हैं। लखनऊ के लिए गर्व की बात है कि आपकी मेट्रो को देश में शहरी परिवहन के लिए उत्कृष्टता का पुरस्कार मिला। चार से छह नवंबर के बीच कोच्चि में अर्बन मोबिलिटी इंडिया सम्मेलन-2022 में उत्कृष्ट शहरी परिवहन के लिए पुरस्कार दिया गया।
'मेट्रो रेल विद द बेस्ट मल्टी-माडल इंटीग्रेशन’ की श्रेणी में मेट्रो का चुनाव किया गया है। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार को केरल के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान और केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र प्रदान किया।
समारोह में महानिदेशक परिचालन स्वदेश सिंह भी मौजूद थे। सम्मेलन में देश भर के शहरी परिवहन निकाय की ओर से हर वर्ष हिस्सा लिया जाता है। लखनऊ मेट्रो को देश भर में उत्कृष्टता का पुरस्कार मिला है।
इसके लिए मिला पुरस्कार : मल्टी-माडल इंटीग्रेशन के लिए पुरस्कार दिया गया है। इसका अर्थ है कि लखनऊ मेट्रो स्टेशनों को चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे के साथ ही सबसे बेहतर तरीके से शहर के रेलवे स्टेशनों बस स्टैंडों जैसे अन्य परिवहन टर्मिनलों के साथ जोड़ा गया है। लखनऊ मेट्रो ने प्रमुख फीडर सर्विसेज को भी अपने साथ जोड़ा है जिससे यात्रियों को उत्कृष्ट का अनुभव होता है।
उत्कृष्ट परिवहन में रहा चयन का आधार : चारबाग मेट्रो स्टेशन के गेट से चारबाग रेलवे स्टेशन फुटओवर ब्रिज और लिफ्ट के माध्यम से सीधे जोड़ा गया है। लखनऊ जंक्शन से दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन को इस तरह से जोड़ा गया है कि यात्री फुट-ओवर ब्रिज और एस्केलेटर के माध्यम से सीधे लखनऊ जंक्शन के प्लेटफॉर्म पर उतर सकते हैं। दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन पर लखनऊ मेट्रो द्वारा जंक्शन टिकट के लिए एक रेलवे काउंटर भी बनाया गया है।
बादशाहनगर रेलवे स्टेशन भी बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन के गेट से 120 मीटर के दायरे में स्थिति है। आलमबाग बस टर्मिनल जो लखनऊ का सबसे बड़ा बस अड्डा है वो मेट्रो स्टेशन के गेट से सिर्फ 22 मीटर की दूरी पर है जिसे फुट-ओवर-ब्रिज के माध्यम से जोड़ा गया है। चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा मेट्रो स्टेशन से सिर्फ 92 मीटर की दूरी पर है। एयरपोर्ट से आने वाले यात्री आसानी से अपनी लगेज ट्रालियों को सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन ला कर उन्हें वहीं छोड़ सकते हैं।
मेट्रो स्टेशन पर लाउंज की व्यवस्था है जो यात्रियों के लिए खाने पीने एवं विश्राम स्थान के रूप में काम करती है। यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए ऊबर, वाओ टैक्सी, रैपिडो के साथ करार किया गया। मेट्रो स्टेशन के बाहर आटो, टेम्पो बस या कैब के रुकने के लिए स्लिप रोड का प्रावधान है।
मैं लखनऊ मेट्रो के लिए यह पुरस्कार प्राप्त कर के सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमने अपने यात्रियों को एक सुविधाजनक, आरामदायक और समावेशी विश्व स्तरीय परिवहन अनुभव प्रदान करने के लिए कई कदम उठाए हैं। यह पुरस्कार लखनऊ मेट्रो की पूरी टीम के लिए है। इससे पहले 2019 में भी लखनऊ मेट्रो को सर्वश्रेष्ठ मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का पुरस्कार मिल चुका है। - सुशील कुमार, एमडी, उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन
लखनऊ मेट्रो पर एक नजर
- लखनऊ मेट्रो लाइन का निर्माण 27 सितंबर 2014 को ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग रेलवे स्टेशन तक 8.5 किमी।
- पांच सितंबर 2017 को अपना वाणिज्यिक संचालन शुरू किया और यह देश में सबसे तेज मेट्रो रेल प्रणाली बन गई।
- नौ मार्च 2019 से चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के मेट्रो स्टेशन से मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन तक का परिचालन शुरू हुआ।
- लखनऊ मेट्रो 22 स्टेशनों के साथ 22.87 किमी की दूरी तय करती है।
- देश में लखनऊ मेट्रो का सातवां सबसे लंबा परिचालन है।

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