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    लखनऊ में कर्ज से परेशान युवक ने खुद को गोली मारकर कर ली आत्महत्या, सट्टा खेलने का आदी था मृतक

    Updated: Mon, 27 Oct 2025 04:35 AM (IST)

    लखनऊ में, ईशान गर्ग नामक एक व्यक्ति ने कर्ज से परेशान होकर अपनी कार में खुद को गोली मार ली। पुलिस जाँच में पता चला कि वह सट्टे का आदी था और उसने कई लोगों से कर्ज लिया था। पिता की मृत्यु के बाद उसने अपनी संपत्ति भी बेच दी थी। परिवार से उसका संपर्क टूट गया था, और वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।

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    कर्ज में डूबे युवक ने लखनऊ में की आत्महत्या, सट्टे की लत बनी वजह

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। डीएम कंपाउंड के पीछे हरिओम मंदिर के पास करोड़ों के कर्ज से परेशान होकर ईशान गर्ग ने खुद को कार के अंदर गोली मारकर जान दे दी थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि वह सट्टा खेलना का आदी था। इसके चलते बैंक व कई लोगों से कर्ज ले चुका था।

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    उसने पिता की मौत के बाद राजाजीपुरम एफ ब्लाक स्थित अपना पैतृक मकान और पिता की कार भी बेच दी थी। तंग आकर मां ननिहाल में रहती है। जिस कार में घटना हुई है, वह भी बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहा था। सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी) विकास जायसवाल ने बताया कि बहन को शव सिपुर्द किया गया है। फिलहाल कोई तहरीर नहीं मिली है।

    एसीपी ने बताया कि डीएम कंपाउंड कॉलोनी के बाहर कार के अंदर शनिवार देर रात ईशान ने स्वयं के दाहिनी ओर कनपटी पर सटाकर गोली मारी थी, जो बायीं ओर से निकल गई। मौके से एक खोखा और नौ कारतूस बरामद हुए थे। पूछताछ के आधार पर हरियाणा गुड़गांव सेक्टर-66 निवासी ईशान की बहन शुभी और बहनोई वंशज अग्रवाल से संपर्क हुआ।

    उन्हें बुलाया गया तो वह रविवार शाम को लखनऊ पहुंचे। पूछताछ में बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व ईशान से उनकी बात हुई थी। उसके बाद से बात नहीं हुई। वह न तो बात करता था न ही उनसे मिलने जाता था। ईशान कर्ज से परेशान था। बैंक और तमाम लोगों से कर्ज ले रखा था। आशंका है कि इसी कारण उसने आत्महत्या की थी। ईशान की शादी भी नहीं हुई थी। वह अकेले ही रहता था। इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस की तफ्तीश में पता चला कि ईशान चिनहट में कहीं किराए के मकान में रह रहा था।

    पिता इलेक्ट्रानिक के थे बड़े कारोबारी, कोविड में हई थी मौत: एसीपी ने बताया कि ईशान के पिता पराग गर्ग इलेक्ट्रानिक के बड़े कारोबारी थे। नाका में व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। वर्ष 2021 में कोरोना के कारण उनकी मौत हो गई थी। उनकी मौत के बाद व्यापार बंद हो गया था।