लखनऊ में किसान पथ की कनेक्टिविटी से आम लोगों की राह होगी आसान, 27 किमी का बनेगा ग्रीन कारिडोर
लखनऊ में शहर के एक कोने को दूसरे कोने से जोड़ने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण 27 किमी लंबे ग्रीन कारीडोर का निर्माण करेगा। इस संबंध में कार्यदायी संस्था ...और पढ़ें

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के लिए ग्रीन कारिडोर का काम अब आइआइएम रोड से लाल ब्रिज और गोमती बंधे से किसान पथ के बीच पहले शुरू होगा। इस संबंध में लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने मुख्य अभियंता इन्दू शेखर व अधिशासी अभियंता अवनींद्र कुमार सिंह के साथ बैठक करके पूरा खाका खींचा। इस संबंध में कार्यदायी संस्था पहले ही अपना डीपीआर सौंप चुकी है। वहीं लविप्रा चुनाव बाद गोमती बंधे से किसान पथ के बीच करीब ढाई किमी. की सड़क पर पैचवर्क का काम पहले पूरा करेगी। यहां पहले से कई किमी. तक बंधा बना हुआ है। अब इसे पर आगे काम होगा।
बंधा सड़क के दाएं और बाएं दोनों ओर बनाया जाएगा। इसका पैसा सिंचाई विभाग से लिया जाएगा, जो करीब साठ करोड़ के आसपास होगा और बाकी रकम लविप्रा लगाएगा। लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि बंधा बनने से यहां से गुजरने वाले लोगों को लाभ होगा।
ढाई किमी तक पैचवर्क के बाद बाकी आगे का काम किसान पथ से शुरू करने का प्रयास होगा। उन्होंने बताया कि पूरा प्रयास हो रहा है कि ग्रीन कारिडोर का काम निर्धारित समय से पूरा हो, इसके लिए चुनाव बाद टेंडर प्रकिया की प्रकिया को गति दी जाएगी। वहीं आइआइएम रोड से लाल ब्रिज तक काम किया जाएगा।
अक्षय त्रिपाठी के मुताबिक ग्रीन कारिडोर के दोनों छोर से काम शुरू किया जा रहा है। उधर चार चरणों में सिर्फ लाल ब्रिज से समतामूलक चौराहे तक बनने वाली डीपीआर को फाइनल टच देने का काम बाकी है। इसके अलावा सभी डीपीआर बनकर तैयार है। पिपराघाट के पास सेना अपनी जमीन ग्रीन कारिडोर के लिए देने को तैयार है।
27 किमी का होगा ग्रीन कारिडोर
नोडल एजेंसी के रूप में काम कर रहा लखनऊ विकास प्राधिकरण इस प्रोजेक्ट को आगामी ढाई से तीन साल में पूरा करना चाहता है। यह पैचवर्क पूरा 27 किमी. का होगा। शहर के एक कोने में रहने वाला शख्स शहर से जुड़ सकेगा और शहीद पथ के जरिए आउटर रिंग रोड से भी जुड़ सकेगा।

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