JBC की तैयारियों में जुटा औद्योगिक विकास विभाग, पत्र लिखकर मांगी जानकारी; पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य
लखनऊ में औद्योगिक विकास विभाग ने नवंबर में होने वाले ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह की तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभागों से निवेश प्रस्ताव मांगे गए हैं अब तक 2.5 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इस बार पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने का लक्ष्य है। सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए प्रयासरत है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। औद्योगिक विकास विभाग ने नवंबर में निवेश को लेकर होने वाले ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह (जीबीसी) की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस संदर्भ में सभी विभागों से निवेश के संबंध में प्रस्ताव मांगे गए हैं। अभी तक 2.5 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव औद्योगिक विकास विभाग को प्राप्त हो चुके हैं। इस बार पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने का लक्ष्य औद्योगिक विकास विभाग ने रखा है।
औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने 32 विभागों व छह औद्योगिक विकास प्राधिकरणों को पत्र लिखकर यह जानकारी मांगी है कि उनके पास जीबीसी के लिए कितने प्रस्ताव तैयार हैं। साथ ही इसी वर्ष दिसंबर व मार्च 2026 तक कितने और प्रस्ताव तैयार होने की उम्मीद है।
सूत्रों के अनुसार पत्र में उन्होंने कहा है कि सरकार ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए सभी विभाग रात-दिन एक करके काम करें।
ग्रेटर नोएडा में इसी माह आयोजित होने उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (यूपीआइटीएस) की समाप्ति के बाद सरकार की कोशिश है कि नवंबर माह में जीबीसी-5 का आयोजन कर कम से कम पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव धरातल पर उतारे जाएं।
जीबीसी के बाद सरकार अगले वर्ष वैश्विक निवेश सम्मेलन भी आयोजित करने की तैयारी में जुटी है। उन्होंने पत्र में यह भी कहा है कि निवेश सम्मेलन को लेकर रोड शो भी आयोजित किए जाने हैं।
अभी इसकी तिथि निर्धारित नहीं की गई है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा विभाग इसी माह तक जीबीसी रेडी प्रस्ताव तैयार कर लें।
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