लखनऊ में तीन मंजिल के अवैध गोदाम में लगी आग, एक मजदूर झुलसा, 15 लड़कियों का किया गया रेस्क्यू
लखनऊ के अलीगंज में एक तीन मंजिला अवैध गोदाम में भीषण आग लग गई। पास के हॉस्टल में फंसी 15 लड़कियों को दमकल कर्मियों ने सुरक्षित निकाला। इस घटना में एक मजदूर झुलस गया और पांच दमकलकर्मी घायल हो गए। संकरी गली के कारण आग बुझाने में काफी मुश्किल हुई। जांच में गोदाम और हॉस्टल दोनों ही मानकों के विपरीत पाए गए।
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जागरण संवाददाता, लखनऊ। अलीगंज स्थित सेक्टर-के में उस्मानपुर मोहल्ले में एक तीन मंजिला अवैध गोदाम में आग लग गई। आग की लपटें और धुआं देख कर इलाके में अफरातफरी मच गई। आग इतनी भयंकर थी कि पड़ोस में स्थित एक होस्टल तक पहुंच गई, जिसमें 15 से अधिक लड़कियां फंस गईं।
सूचना मिलते ही दमकल की दस गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने अलग-अलग टीम बनाकर 15 लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान गोदाम में मौजूद एक मजदूर झुलस गया। आग पर काबू पाने के दौरान दो बार छज्जा गिरने से पांच दमकलकर्मी चोटिल हो गए। सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी) अलीगंज रिषभ यादव ने बताया कि साढ़े चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा रहा है।
अलीगंज के सेक्टर-के स्थित उस्मानपुर में अमरजीत सिंह का तीन मंजिला इमारत में फोटो फ्रेम का गोदाम है। पड़ोस में रवि नाम का युवक इसी तरह की एक इमारत में हास्टल चलाता है, जिसमें 15 से अधिक लड़कियां रहती हैं। शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे अचानक गोदाम में आग लग गई और लपटें उठने लगीं। इससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
हास्टल में मौजूद लड़कियों ने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटों ने उन्हें रोक लिया। गोदाम में मौजूद पांच मजदूरों में से चार तो भाग निकले, लेकिन सचिन नाम का एक मजदूर झुलस गया। सूचना मिलते ही दमकल की दस गाड़ियां बक्शी का तालाब, इंदिरानगर, हजरतगंज, गोमतीनगर समेत अन्य क्षेत्रों से मौके पर पहुंचीं।
दमकलकर्मियों ने तीन टीम बनाकर रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया। एक टीम ने हास्टल में फंसी 15 लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाला। गाड़ियां अंदर नहीं पहुंच सकीं, इसलिए दो सौ मीटर तक पाइप बिछाकर आग बुझाने का प्रयास किया गया। संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था बबलू कुमार और मुख्य अग्निशमन अधिकारी अंकुश मित्तल समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
आसपास के मकानों में दरार आने पर पुलिस ने आसपास के घरों को खाली करवाते हुए सिलेंडर को दूर रखवाया। आग पर काबू पाने के दौरान दो बार छज्जा गिरने से पांच दमकलकर्मी घायल हो गए। एसीपी ने बताया कि साढ़े चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि फायरमैन महेंद्र कुमार बिंद, फायरमैन गंगामणि सिंह, फायरमैन अशोक कुमार, फायरमैन रजनीश और फायरमैन सुनील कुमार घायल हुए हैं। सभी का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
चार घंटे में तीन बार गिरा छज्जा
सकरी गली होने के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। इसके चलते दमकल कर्मी छज्जों पर चढ़कर किसी तरह पहुंच रहे थे। पुलिसकर्मियों ने किसी को वहां से हटाया नहीं था। पहली बार साढ़े आठ बजे पहली बार छज्जा गिरा तो पांच दमकलकर्मी घायल हो गए थे। तब पुलिस ने स्थानीय लोगों को किनारे किया। फिर 9.10 और दो मिनट बाद तीसरी बार छज्जा गिरा।
तीन किलोमीटर दूर से दिख रहा था धुआं
घटना इतनी विकराल थी कि तीन किलोमीटर दूर से ही धुआं दिख रहा था। पुरनिया चौराहे पर मौजूद तनमय राजपूत ने बताया कि आफिस से घर लौट रहे थे। तभी अलीगंज की तरफ से काला धुआं उठता देखा तो वह भी वहां पहुंच गए।
लोगों में दहशत फैल गई। हर कोई घटना स्थल पर पहुंच रहा था। किसी तरह पुलिस सभी को घटना स्थल से दूर ले जा रही थी। उधर, बिल्डिंग मालिक घटना के दौरान वहां पर नहीं दिखा।
मानक के विपरीत हास्टल और गोदाम चल रहा
मानक के हिसाब से हास्टल और गोदाम में सेटबैक और आग से बचाव के सभी उपकरण होने चाहिए। घटना के दौरान देखा गया कि गोदाम और हास्टल दोनों मानक के विपरित चल रहे थे। हास्टल में सिर्फ एक ही एंट्री और एग्जिट था। वहीं
गोदाम की स्थित भी कुछ इसी तरह थी।

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