Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    बिजली चोरी मामले में बड़े एक्शन की तैयारी में UPPCL, 12 कर्मचारियों पर गिरेगी गाज; सभी को थमाया गया नोटिस

    Updated: Mon, 17 Mar 2025 08:47 PM (IST)

    UP Electricity लखनऊ में बिजली विभाग ने लाइन लॉस रोकने में नाकाम रहने पर 12 बिजली कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है। इनमें 7 आउटसोर्स कर्मचारी और 5 स्थायी कर्मचारी शामिल हैं। अगर 31 मार्च तक इनके क्षेत्रों में सुधार नहीं होता है तो आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी और स्थायी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया जाएगा।

    Hero Image
    बिजली चोरी रोकने मेंं विफल 12 कर्मियों पर गिरेगी गाज

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। ऐशबाग में लाइन लास रोकने में नाकाम रहे 12 बिजली कर्मियों पर कार्रवाई को लेकर नोटिस दी गई है। इनमें सात आउटसोर्स बिजली कर्मचारी हैं और पांच स्थायी कर्मचारी हैं। इन्हें नोटिस देकर चेताया गया है कि अगर 31 मार्च तक सुधार यह अपने क्षेत्रों में नहीं कर पाए तो सात आउट सोर्स कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी और पांच को निलंबित कर दिया जाएगा। इन कर्मियों के क्षेत्रों में बिजली चोरी, राजस्व वसूली बेहतर न होने से तीस प्रतिशत से अधिक लाइन लास हो रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऐशबाग खंड के अधिशासी अभियंता सत्येंद्र साहू ने बताया कि विक्टोरिया फीडर व ऐशबाग केबिन मे बिजली का लाइन लास सबसे ज्यादा है। इन कर्मियों को लगातार चेताया जा रहा है लेकिन इनमें सुधार नहीं हो रहा है। इससे बिजली विभाग को राजस्व की हानि हो रही है।

    कर्मियों को दिया गया नोटिस

    साहू ने बताया कि इन कर्मियों को अंतिम नोटिस देकर चेताया गया है। अगर 31 मार्च तक इन कर्मियों के क्षेत्रों में सुधार नहीं होता है तो कार्रवाई कर दी जाएगी। बता दें कि गर्मियों को लेकर बिजली विभाग मरम्मत कार्य तो अधिकांश करा चुका है लेकिन बेहतर बिजली देने के लिए लाइस लास को नियंत्रित कर रहा है।

    लखनऊ मध्य जोन के मुख्य अभियंता रवि कुमार अग्रवाल ने बताया कि सभी खंडों के बिजली उपकेंद्रों से संबंधित फीडरों की सूची बनाई गई है। सभी अभियंता की जिम्मेदारी है कि वह लाइन लास सिंगल डिजिट में लाए और जहां सिंगल डिजिट है वहां और बेहतर परफार्मेंस करे। ऐसा न करने वालों को ऐसी चिट्ठियों का सामना करना पड़ेगा।

    तीन दशक पुराने बिजली विभाग के स्कूल को बंद करने की तैयारी

    बिजली विभाग का इंद्रलोक विद्युत कालोनी में शक्ति मांटेसरी हाई स्कूल वर्ष 1987 में इस उद्देश्य से खोला गया था कि बिजली कर्मियों के बच्चे पढ़ेंगे। अब उसे बंद करने की तैयारी है। करीब 28 वर्ष पुराने स्कूल को बंद करने के पीछे आर्थिक कारण बताया जा रहा है।

    विद्युत जानपद निर्माण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता कृष्ण कुमार ने शक्ति माण्टेसरी हाईस्कूल की प्रधानाचार्य को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि नए सत्र में नया दाखिला न लें। इससे यहां पढ़ रहे 970 छात्रों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। यहां कार्यरत कर्मियों के मुताबिक स्कूल को आगामी वर्षों में बंद करने के उद्देश्य से यह सब किया जा रहा है। स्कूल की जर्जर बिल्डिंग, कई विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त होने और उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रुचि न लेने से स्कूल की स्थिति दिन पर दिन दयनीय होती जा रही है। 

    इसे भी पढ़ें: गाजीपुर जेल में PCO मामले में बड़ी कार्रवाई, जेलर व डिप्टी जेलर सस्पेंड; कारागार अधीक्षक पर भी एक्शन की तैयारी