UP Flyover: यूपी के लोगों को मिली एक और सौगात, मेट्रो रूट के बगल से निकलेगा दुबग्गा फ्लाईओवर; अब बनेगा 3 लेन का पुल
लखनऊ के दुबग्गा में फ्लाईओवर निर्माण में मेट्रो कॉरिडोर से अड़चन आ रही है। पुराने डीपीआर के कारण फ्लाईओवर नहीं बन पाएगा। सेतु निगम ने मेट्रो रूट से सटाकर तीन लेन का फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव दिया है जिससे पांच लाख से अधिक आबादी को जाम से मुक्ति मिलेगी। भूमि अधिग्रहण की समस्या के कारण तीन लेन का फ्लाईओवर बनाया जाएगा जिसे शासन को भेजने की तैयारी है।

अंशू दीक्षित, लखनऊ। दुबग्गा में फ्लाईओवर को लेकर भले दो साल पहले सैद्धांतिक सहमति मिल गई हो लेकिन अब पुराने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के आधार पर यहां फ्लाईओवर नहीं बन पाएगा। क्योंकि बालागंज से दुबग्गा के बीच ईस्ट वेस्ट कारिडोर बन रहा है, जिसका रूट चारबाग से बसंतकुंज है।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) का डीपीआर इससे भी पुराना है। सड़क के बीचों-बीच मेट्रो के पिलर आ रहे हैं। लखनऊ मेट्रो राज्य से अनुमति मिलने के बाद केंद्रीय स्तर पर हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहा है। ऐसे में दुबग्गा फ्लाईओवर चार लेन यहां नहीं बन सकेगा।
सेतु निगम ने इसके बाद तीन प्रस्ताव और दिए। इनमें पहला प्रस्ताव मेट्रो के पिलर पर नीचे मेट्रो और उसी पिलर के ऊपर फ्लाईओवर बनाने का। लखनऊ मेट्रो ने इसे खारिज करते हुए जवाब दिया है कि डीपीआर पहले ही बन चुका है, रिवाइज डीपीआर में समस्याएं कई आएंगी और लागत भी बढ़ जाएगी।
फिलहाल उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम ने मेट्रो के दाएं और बाएं स्थित मेट्रो रूट से सटाकर फ्लाईओवर निकालने का प्रस्ताव बनाया है। यह कुछ मुंशी पुलिया फ्लाईओवर व मुंशी पुलिया जाने वाली मेट्रो रूट की तरह हाे सकता है।
मेट्रो रूट से सटाकर यह तीन लेन का फ्लाईओवर निकाला जाएगा। इसकी चौड़ाई 10.50 मीटर के आसपास होगी। इसके बन जाने से पांच लाख से अधिक आबादी को आने वाले कई दशकों तक जाम से छुटकारा मिल जाएगा।
सेतु निगम द्वारा दुबग्गा फ्लाईओवर के लिए बनाए गए प्रस्ताव को शासन भेजने की तैयारी है। यहां डीपीआर के मुताबिक 1200 मीटर लंबा सेतु बनना था। जो दुबग्गा चौराहे के ऊपर से निकलकर करीब पांच सौ मीटर आगे उतर रहा था।
एक तरफ वन विभाग की जमीन से भी समस्या
दुबग्गा फ्लाईओवर भविष्य की जरूरत के लिए बेहद आवश्यक है। यहां अकसर जाम लगा रहता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व मोहनलालगंज के पूर्व सांसद कौशल किशोर के समय दुबग्गा फ्लाईओवर को झंडी दी गई थी। सेतु निगम के अभियंता कहते हैं कि अगर दाएं तरफ बढ़ते हैं तो वन विभाग की काफी जमीन आ रही है।
इसको लेकर काफी औपचारिकताएं करने के साथ ही पुल की कीमत भी बढ़ जाएगी और बाएं ओर ज्यादा बढ़ते हैं तो लोगों के वाणिज्यिक व आवासीय परिसर जद में आ रहे हैं। इससे मुआवजा कई गुना बढ़ जाएगा। इसलिए तीन लेन का फ्लाईओवर बनाया जाएगा। भविष्य में फ्लाईओवर व मेट्रो के चलने से भीड़ का ग्राफ चौराहे पर कम हो जाएगा।
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