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    लखनऊ के लोगों को इस बरसात जलभराव से मिलेगा निजात, 2500 करोड़ की लागत से इन इलाकों के नालों का होगा जीर्णोद्धार

    लखनऊ में जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए 2500 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत शहर के नालों और नालियों का जीर्णोद्धार किया जाएगा और नए पंपिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इस योजना से शहर के 25 से 30 लाख लोगों को जलभराव से राहत मिलेगी। साढ़े चार करोड़ की मंजूरी भी मिल चुकी है।

    By Ajay Srivastava Edited By: Sakshi Gupta Updated: Wed, 12 Feb 2025 04:25 PM (IST)
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    लखनऊ के लोगों को इस बरसात जलभराव से मिलेगा निजात। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। बारिश के साथ ही जलभराव का दर्द सामने दिखने लगता है और कई इलाकों में तो पानी घरों तक में घुस जाता है। कारण जलनिकासी का पर्याप्त इंतजाम का अभाव है। पुराने नाले ही शहर का पानी नदी में ले जा रहे हैं, जबकि समय के साथ आबादी में कई गुना तक वृद्धि हो चुकी है।

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    ऐसे में शहर में ड्रेनेज प्लान की जरुरत महसूस की जाने लगी है। संपूर्ण प्लान बनाने पर करीब ढ़ाई से तीन हजार करोड़ का खर्च आंका गया है, जिसमें से एक हजार करोड़ की योजना बनाकर शासन को भी भेजी गई है, जिसमें से साढ़े चार करोड़ की मंजूरी भी मिल चुकी है।

    अभी हैदर कैनाल, सरकटा नाल पाटा नाला, नगरिया, गौसनगर, किला मोहम्मदी जैसे नाले ही शहर की जलनिकासी कर रहे हैं। इसमें अधिकांश नालों का पानी गोमती नदी में ही जाता है, जबकि कुकरैल नदी में गिरने वाले ट्रांस गोमती के 55 नालों का पानी भी गोमती में ही जाता है।

    हाई कोर्ट में भर जाता है पानी

    जलनिकासी का बुरा हाल यह है कि गोमतीनगर को बसाने वाले एलडीए की योजना का ही हाल है कि हाई कोर्ट परिसर तक में पानी भर जाता है और कोर्ट को कई बार नाराजगी भी जतानी पड़ी थी। जिसके बाद आइआइटी रुड़की के विशेषज्ञों की मदद से हाईकोर्ट के पास जलनिकासी का प्लान बनाकर वहां व्यवस्थाएं बेहतर करने का काम चालू हो पाया था।

    इसी तरह कई वीआईपी इलाके तक जलभराव से अछूते नहीं रह पाते हैं और पिछली बारिश में तो विधान भवन परिसर तक में पानी भर गया तो राजभवन तक में जलभराव का संकट गहराने लगा था।

    700 अवैध कॉलोनियों को भी योजना की आस

    बारिश में अवैध कॉलोनियों का बुरा हाल होता है, जिसे जलनिकासी का व्यवस्था का इंतजाम किए बिना ही बसा दिया गया था। इनकी संख्या में करीब सात सौ के आसपास है। फैजुल्लागंज, सरोजनीनगर, ठाकुरगंज, इस्माइलगंज समेत शहर की सीमाओं पर बनी अनियोजित कालोनियों में तो बारिश के बाद कई कई दिनों तक पानी भरा रहता है। ऐशबाग की रामनगर कालोनी को एलडीए ने बसाया था, लेकिन 40 साल बाद भी यहां के निवासियों को जलभराव से कोई राहत नहीं मिल पाई है।

    जलभराव प्रभावित इलाके

    फैजुल्लागंज बालागंज, शक्तिनगर, इंदिरानगर, अलीगंज, जानकीपुरम, बालागंज, आलमबाग, तेलीबाग,आजाद नगर, मधुबन नगर, गीतापल्ली, ओमनगर, सैनिक नगर, कृष्णानगर, विजय नगर, इंद्रलोक कॉलोनी, विनय नगर, आशुतोष नगर, हिंदनगर वार्ड, विद्यावती वार्ड (प्रथम, द्वितीय, तृतीय) गढ़ी पीर खां, चौक, चौपटिया, रिवर बैंक कालोनी, ऐशबाग, मौलवीगंज, मार्टीनपुरवा, पार्क रोड, लामार्टीनियर शारदानगर (प्रथम, द्वितीय और तृतीय) इब्राहीमपुर वार्ड (द्वितीय) राजा बिजली पासी वार्ड (प्रथम एवं द्वितीय), कैंपवेल रोड, राजाजीपुरम, ठाकुरगंज।

    किला मोहम्मदी नाले को भी चाहिए 460 करोड़

    वैसे तो किला मोहम्मदी नाले के जीर्णोद्धार की योजना ढ़ाई दशक से अधिक समय से बन रही है, लेकिन इस बार नगर निगम ने 460 करोड़ की योजना कर शासन को भेजा है। सरोजनीनगर समेत कानपुर रोड की कई कालोनियों का पानी लेने वाला यह नाला सई नदी में मिलता है।

    इसी तरह इसी बजट में ही आलमबाग व उससे जुड़े इलाके आजाद नगर, मधुबन नगर, गीतापल्ली, ओमनगर, सैनिक नगर, कृष्णानगर, विजय नगर, इंद्रलोक कालोनी, विनय नगर, आशुतोष नगर, ङ्क्षहदनगर वार्ड, विद्यावती वार्ड (प्रथम, द्वितीय, तृतीय) शारदानगर (प्रथम, द्वितीय और तृतीय) इब्राहीमपुर वार्ड (द्वितीय) राजा बिजली पासी वार्ड (प्रथम एवं द्वितीय) की जलनिकासी की योजना भी शामिल है। आलमबाग क्षेत्र की जलनिकासी हैदरकैनाल से जोडऩे की योजना है।

    पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में पर्याप्त जलनिकासी का इंतजाम नहीं है और बारिश के समय तो घरों तक में पानी भर जाता। उम्मीद है कि अगर जलनिकासी का बजट लखनऊ को मिलता है तो उनकी पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का अधिक ध्यान रखा जाएगा।

    अरमान खान, विधायक पश्चिम विधानसभा सीट

    जलभराव से जुड़े कुछ बिंदु

    • जलभराव से 25 से 30 लाख की आबादी प्रभावित होती है।
    • कुल पम्पिंग स्टेशन 42 ( जिसमें से अधिकांश की क्षमता है कम)
    • बारिश के समय बैरलों पर पानी का डिस्चार्ज 6332 क्यूसेक
    • बैरलों की क्षमता 3318 क्यूसेक
    • अंतर 3014 क्यूसेक

    उनकी उत्तरी विधान सभा के साथ ही जानकीपुरम, फैजुल्लागंज, कल्याण पुर समेत शहर के कई इलाकों में जलनिकासी का बजट मिलने की उम्मीद है। लंबे समय से शहर की जलनिकासी योजना की मांग की जा रही थी और उम्मीद है कि इस बजट से यह मांग पूरी हो सकेगी।

    डॉ. नीरज बोरा, विधायक उत्तरी विधानसभा सीट

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