किसी को केवाईसी अपडेट के नाम पर ठगा, किसी का क्रेडिट कार्ड कर दिया खाली, लखनऊ में पांच लोगों के साथ हुआ फ्रॉड
लखनऊ में साइबर अपराधियों ने पांच लोगों को केवाईसी अपडेट और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी जैसे तरीकों से ठगा। अपराधियों ने लोगों को केवाईसी अपडेट करने के लिए कहा और उनके खातों से पैसे निकाल लिए, साथ ही क्रेडिट कार्ड की जानकारी चुराकर खरीदारी की। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। साइबर जालसाजों ने महिला समेत पांच के खातों से करीब 3.56 लाख रुपये पार कर दिए। कहीं जालसाज ने पेटीएम कर्मी बनकर फंसाया तो कहीं क्रेडिट कार्ड की मदद से रकम निकाली। ठगी के यह मामले अलीगंज, विकासनगर, सरोजनीनगर, सआदतगंज व आलमबाग के हैं। पुलिस पांचों मामलों को दर्ज कर साइबर क्राइम सेल की मदद से जांच कर रही है।
अलीगंज के चौधरी टोला निवासी रामू ने बताया कि 15 नवम्बर को उनके ठेले पर एक व्यक्ति आया। उसने खुद को पेटीएम का एजेंट बताया। केवाइसी अपडेट की बात कहते हुए पेटीएम का प्रयोग करने पर कई लुभावने आफर के बारे में बताया। आफर एक्टिवेट करने के लिए पीड़ित से एक रुपये का ट्रांजक्शन करने के लिए कहा।
16 नवंबर को जालसाज दोबारा पहुंचा। केवाइसी अपडेट में परेशानी बताकर दूसरे मोबाइल पर पीड़ित की यूपीआइ आइडी बनाई। उसके बाद खाते से दो बार में 99 हजार रुपये पार कर दिए।
वहीं, विकासनगर सेक्टर-3 निवासी राजीव कुमार ने बताया कि साइबर जालसाज ने उनके क्रेडिट कार्ड से 20 नवंबर को 1.20 लाख रुपये निकाल लिए। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने किसी से भी क्रेडिट कार्ड और बैंक संबंधी जानकारी शेयर नहीं की थी।
उधर, सरोजनीनगर के शांतिनगर निवासी गौरव वर्मा और कमेंद्र यादव निवासी ग्राम मवेई ने बताया कि 16 नवंबर को एक मैसेज आया। मैसेज में परिचित का नाम देख पीड़ित ने चैट की। जालसाज ने जरूरत बताकर 78 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए।
इसके अलावा सआदतगंज स्थित गोल्डन सिटी निवासी मतीन ने बताया कि कुछ दिन पहले बैंक के क्रेडिट कार्ड के पिन बनाने के लिए कॉल आयी। जालसाज ने एप डाउनलोड कराई। उसके बाद पिन बनाकर खाते से 49,638 रुपये निकाल लिए। वहीं, आलमबाग के नटखेड़ा रोड रामगली निवासी नवदीप कौर ने बताया कि साइबर जालसाज ने खाते से 8745 रुपये गायब कर दिए।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।