Lucknow Crime: ऑनलाइन गेम की अपग्रेड आइडी देने के नाम पर छात्र लाखों ठगने वाला गिरफ्तार, धमकी से डर कर छात्र ने दी थी जान
Cyber Fraud in Lucknow मोहनलालगंज के एक गांव में 15 सितंबर को फंदे से लटककर 14 वर्षीय छात्र ने जान दे दी थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आनलाइन गेम में 13 लाख रुपये हारने के बाद छात्र ने जान दी थी। मृतक के पिता ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

जागरण टीम, लखनऊ: मोहनलालगंज के एक गांव के छात्र से फ्री फायर गेम की अपग्रेड आइडी देने के नाम पर 13 लाख रुपये ठगे गए थे। रकम देने के बावजूद आइडी नहीं मिली तो छात्र ने रुपये वापस मांगे। इस पर जालसाजों ने उसे धमकाया था। धमकी से डर कर छात्र ने जान दी थी।
इस मामले में पुलिस ने झारखंड से जालसाज 21 वर्षीय सनत गोराईं को गिरफ्तार किया है। उसके एक नाबालिग साथी को भी पकड़ा गया है। आरोपितों ने ठगी की रकम से महंगे लैपटाप, मोबाइल फोन, एयर कंडीशनर और अन्य सामान भी खरीदा था। 4.45 लाख नकदी सहित सामान काफी बरामद हुआ है।
मोहनलालगंज के एक गांव में 15 सितंबर को फंदे से लटककर 14 वर्षीय छात्र ने जान दे दी थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आनलाइन गेम में 13 लाख रुपये हारने के बाद छात्र ने जान दी थी। मृतक के पिता ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
पुलिस उपायुक्त दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस और सर्विलांस सेल की संयुक्त टीम मामले की छानबीन कर रही थी। बैंक खाते के विवरण, आइपी एड्रेस समेत अन्य पहलुओं से छानबीन शुरू की गई। इस मामले में झारखंड के पूर्वी सिंहभूम में मुस्लिम बस्ती राजस्टेट घाट शिला के सनत गोराई की भूमिका पता चली। इस आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह फ्री फायर मैक्स गेम खेलता था। इसके माध्यम से छात्र से मुलाकात हुई। उसने अपग्रेड आइडी देने का झांसा दिया फिर कई बार में रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बावजूद आइडी नहीं दी थी। उसने छात्र को धमकाया भी था। इसी से तंग आकर छात्र ने जान दी थी।
ठगी की रकम से उसने एप्पल का लैपटाप, मोबाइल फोन और गृहस्थी का काफी सामान खरीदा था। सनत ने लगभग 2.50 लाख और उसके नाबालिग साथी ने पांच लाख रुपये खुद के साथ ही रिश्तेदारों के 25 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कराए थे। सनत को जेल भेजा गया है जबकि नाबालिग को पुलिस ने पकड़ा है। जिन खातों में रकम भेजी गई पुलिस उन्हें सीज करवाने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही आरोपितों के वालेट में पड़े 1.50 लाख रुपये पुलिस परिवार को वापस कराएगी।
अभिभावक इन बातों का रखें ध्यान
- बच्चों को आनलाइन पेमेंट एप की डिटेल न दें
- बैंक खातों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी भी बच्चों से साझा न करें
- बच्चे मोबाइल पर क्या देख रहे इस पर निगरानी रखें
- मोबाइल में इन एप परचेज को बंद रखें
- समय-समय पर बच्चों से बात करते रहें
- मोबाइल पर बच्चे किस तरह की सामग्री देख रहे यह भी जरूर जांचते रहें
- मोबाइल के गेम, फाइल्स और अन्य डाटा भी चेक करें
इमेल आइडी और गेम अकाउंट भी खुद करते थे संचालित
इंस्पेक्टर दिलेश सिंह के मुताबिक अभियुक्त इतने शातिर हैं कि बच्चों की ई मेल आइडी और गेम अकाउंट की जानकारी हासिल कर उसका नियंत्रण भी खुद ही करते थे। गेम की लत लगाकर उनसे ठगी कर लेते थे। आरोपित ने बनारस की एक युवती से प्रेम विवाह किया था और उसके साथ ही फ्लैट लेकर रहता भी था।
परिवार ने जताई खुशी
बेटे को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के पकड़े जाने के बाद छात्र के पिता और मां ने पुलिस का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को ऐसे गेम से दूर रहना चाहिए ताकि मेरे बेटे के साथ जो हुआ वह किसी के साथ न हो।
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