Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Lucknow Crime : दुबई से इशारा होते ही लखनऊ में असलहे तैयार करता था हकीम सलाउद्दीन

    Updated: Sun, 29 Jun 2025 07:06 PM (IST)

    Crime in Lucknow पुलिस के मुताबिक उसे लैपटाप और अन्य उपकरणों के संचालन की जानकारी नहीं है। ऐसे में अब उसकी तलाश की जा रही है जो सलाउद्दीन के लिए लैपटाप आदि चलाता था। इसके साथ ही मोबाइल स्कैनिंग के लिए भेजा गया है ताकि इंटरनेट कालिंग का डाटा भी निकाला जा सके।

    Hero Image
    लखनऊ में असलहे तैयार करता था हकीम सलाउद्दीन

    जागरण संवाददाता, लखनऊ : हकीम की दुकान की आड़ में मलिहाबाद में असलहा फैक्ट्री चलाने वाले सलाउद्दीन के लैपटाप से पुलिस को अहम जानकारियां हाथ लगीं हैं। उसमें एक नंबर ऐसा है, जिससे सलाउद्दीन की दिन में तीन से चार बार बात होती थी। वह नंबर दुबई निवासी किसी व्यक्ति का है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पूछताछ में सामने आया कि सलाउद्दीन को उसी नंबर से असलहे का आर्डर मिलता था। ऐसे में पुलिस ने सलाउद्दीन के खातों को खंगालने के साथ ही उसकी रिमांड के लिए आवेदन किया है। सलाउद्दीन बीते कई वर्षों में अवैध असलहा को बहुत बड़ा सप्लायर बन गया था। पुलिस को सलाउद्दीन के मोबाइल में एक नंबर मिला, जो दुबई का है। आशंका जताई का जा रही है कि दुबई में बैठा व्यक्ति ही सलाउद्दीन को बड़े पैमाने पर असहले के आर्डर देता था।

    पुलिस को छानबीन में कई ऐसे नंबर मिले हैं, जिनको सलाउद्दीन असलहा सप्लाई करता था। अब तक जांच में सामने आया कि सलाउद्दीन को छोटे आर्डर तो आसपास के शहर व राज्यों से मिल जाते थे, लेकिन बड़े आर्डर दुबई से ही मिलते थे। सलाउद्दीन का कश्मीर भी आना-जाना लगा रहता था। पुलिस के मुताबिक, उसे लैपटाप और अन्य उपकरणों के संचालन की जानकारी नहीं है। ऐसे में अब उसकी तलाश की जा रही है, जो सलाउद्दीन के लिए लैपटाप आदि चलाता था।

    इसके साथ ही मोबाइल स्कैनिंग के लिए भेजा गया है ताकि इंटरनेट कालिंग का डाटा भी निकाला जा सके। यही नहीं उसके साथ-साथ घर के सभी सदस्यों के बैंक खातों का रिकार्ड मंगाया गया है। तमाम बिंदु एकत्रित कर पुलिस कस्टडी रिमांड के बाद सलाउद्दीन से पूछताछ की जाएगी। इस मामले में एसीपी मलिहाबाद विपिन सिंह ने बताया कि तथ्य एकत्रित किए जा रहे हैं।

    साफ छवि के पीछे काला कारोबार

    मिर्जागंज के लोग सलाउद्दीन को सज्जन व्यक्ति मानते थे, जो नियमित रूप से नमाज अदा करता था। उसकी इस साफ-सुथरी छवि ने उसे अपने अवैध असलहों के धंधे पर पर्दा डालने में मदद की। पुलिस ने छापेमारी कर सलाउद्दीन उर्फ लाला के खिलाफ दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं, और दोनों ही मामलों में पुलिस खुद वादी है और आर्म्स एक्ट के साथ-साथ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 9/51 के तहत दर्ज किया गया है। इसके बाद से पूरे इलाके में सलाउद्दीन चर्चा का विषय बना हुआ है।

    भांजे से पूछताछ कर रही पुलिस

    गिरोह के बारे में जानकारी करने के लिए पुलिस सलाउद्दीन के भांजे गौस खान से पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस का कहना है कि काम किया जा रहा है। जल्द ही और गिरफ्तारी की जाएगी।