Updated: Fri, 26 Sep 2025 02:00 AM (IST)
लखनऊ में पुराने हाई कोर्ट के लाकअप के पास एक महिला वकील की पोशाक में अपने साथियों के साथ एक कैदी को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी। ड्यूटी पर मौजूद सिपाही के विरोध करने पर महिला और उसके साथियों ने सिपाही के साथ मारपीट की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। पुराने हाई कोर्ट के लाकअप के पास अधिवक्ता की वेशभूषा में अपने चार साथियों संग पहुंची महिला ने एक कैदी को छुड़ाने का प्रयास किया। ड्यूटी पर तैनात सिपाही ने इसका विरोध किया तो महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर सिपाही की पिटाई कर दी।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कोर्ट के आदेश पर सिपाही ने तहरीर दी, जिसके आधार पर वजीरगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। महानगर रिजर्व पुलिस लाइन निवासी सिपाही प्रदीप भदौरिया ने बताया कि 27 मार्च को सुबह करीब 10:45 बजे चिनहट मल्हौर गौरव कुंज कालोनी निवासी साइमा खान अधिवक्ता की वेशभूषा में लाकअप पर आई। वह चार लोगों के साथ थी और उसके पास हथियार भी थे।
साइमा ने बिना किसी लिखा पढ़ी के कैदी को छुड़ाने का दबाव बनाया। जब सिपाही प्रदीप ने इसका विरोध किया, तो आरोपितों ने उन्हें धमकाते हुए मारपीट शुरू कर दी। जान बचाने के लिए सिपाही प्रदीप ने खुद को लाकअप में बंद कर लिया।
इस दौरान आरोपितों ने लाकअप का चैनल तोड़ने का प्रयास किया। घटना की सूचना 112 नंबर पर डायल कर दी गई, जिसके बाद तत्कालीन थाना प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को काबू में किया। सिपाही प्रदीप ने बताया कि घटना के समय लाकअप में 72 कैदी बंद थे और आरोपितों की हरकत से गेट क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे कैदियों के भागने का खतरा बन गया था।
उन्होंने दावा किया कि घटना की पूरी फुटेज सीसी कैमरे में है। पीड़ित सिपाही का आरोप है कि घटना के दिन वजीरगंज थाने में तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद कोर्ट के जरिए मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश त्रिपाठी ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस आरोपितों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सीसी फुटेज और अन्य सबूतों की जांच कर रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।