उत्तर प्रदेश में आठ रियल एस्टेट परियोजनाओं को मंजूरी, बढ़ेंगे आवास और रोजगार के अवसर
उत्तर प्रदेश रेरा ने लखनऊ समेत प्रदेश की आठ रियल एस्टेट परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इस स्वीकृति से 1948 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 3005 नई आवासीय और वाणिज्यिक इकाइयां बनेंगी। इन परियोजनाओं में फ्लैट्स विला और प्लाट्स शामिल हैं जिससे राज्य में रोजगार और आवास के अवसर बढ़ेंगे। यह कदम राज्य के रियल एस्टेट विकास को गति देगा।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। प्रदेश में रियल एस्टेट की आठ नई परियोजनाओं को मंजूरी मिली है, इनमें लखनऊ की तीन योजनाएं शामिल हैं। उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) की मंजूरी मिलने से 1948 करोड़ का निवेश होगा और 3005 नई आवासीय व कमर्शियल इकाईयां आकार लेंगी। इससे रोजगार व व्यावसायिक अवसरों को बढ़ावा मिलेगा।
यूपी रेरा प्राधिकरण की 185वीं बैठक सोमवार को मुख्यालय में चेयरमैन संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों और विषय विशेषज्ञों ने विस्तृत चर्चा के बाद आठ नई रियल एस्टेट परियोजनाओं को मंजूरी दिया।
इन परियोजनाओं में 1948 करोड़ रुपये का निवेश होगा और इनके माध्यम से कुल 3005 नई इकाइयां बनाई जाएंगी, इनमें फ्लैट्स, अपार्टमेंट्स, विला, प्लाट्स, दुकानों व अन्य कमर्शियल स्थल होंगे। दावा है कि नई मंजूरी प्रदेश में रियल एस्टेट क्षेत्र के विकास को गति देने के साथ निवेशकों और घर खरीदारों की आवश्यकताओं को पूरा करने में अहम कदम साबित होगी।
मंजूर की गई परियोजनाओं में लखनऊ की तीन, प्रयागराज, आगरा, झांसी, नोएडा और फिरोजाबाद की एक-एक हैं। साफ है कि बड़े शहरों में रियल एस्टेट की निरंतर प्रगति कर रहा है, साथ ही झांसी और फिरोजाबाद जैसे उभरते शहरी केंद्रों को भी विकास की मुख्यधारा में ला रहा है।
रियल एस्टेट विकास केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश या महानगरों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे राज्य में विस्तार ले रहा। आठ परियोजनाओं के तहत बनने वाली 3005 नई इकाईयां से राज्य में आवास उपलब्धता बेहतर होगी।
इनमें किफायती आवास, मध्यम आय वर्ग के फ्लैट्स, विला और प्लाट्स भी शामिल हैं। परियोजनाओं में होने वाला 1948 करोड़ का निवेश सीमेंट, स्टील, टाइल्स, पेंट, फर्नीचर, इलेक्ट्रानिक्स, होम डेकोर, वित्तीय सेवाओं और रोजगार और व्यावसायिक अवसरों को बढ़ावा देगा।
यूपी रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने कहा है कि 185वीं बैठक में आठ परियोजनाओं की मंजूरी से स्पष्ट है कि प्रदेश का रियल एस्टेट क्षेत्र लगातार सशक्त और भरोसेमंद दिशा में आगे बढ़ रहा है।
1948 करोड़ का निवेश और 3000 से अधिक नई इकाइयों की स्वीकृति राज्य की आर्थिक प्रगति और आवासीय विकास दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
इन परियोजनाओं पर मुहर
- आगरा विकास प्राधिकरण की 40,349 लाख लागत की अटल पुरम टाउशिप फेज-2 परियोजना
- झांसी विकास प्राधिकरण की 26993 लाख लागत की मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना (न्यू झांसी) फेज-2 परियोजना
- लखनऊ में मेसर्स रेसिप्रोकल पार्क एलएलपी की 6503 लाख लागत की रेसिप्रोकल ग्रीन परियोजना
- लखनऊ में मेसर्स ओमेक्स गर्व बिल्डटेक प्रालि की 3699 लाख लागत की दी नेक्ट लाख परियोजना
- लखनऊ में ट्रू स्पेस रियल्टी की 1601 लाख लागत की आनंदम परियोजना
- गौतमबुद्ध नगर के नोएडा में मेसर्स आशटेक इंडस्ट्रीज प्रालि. की 103917 लाख लागत की आशटेक प्रेसिडेंशियल टावर परियोजना
- फिरोजाबाद में मेसर्स एमआरपीएल डेवलपर्स की 4995 लाख लागत की पाल्म रायल परियोजना
- प्रयागराज में इनोवेटर्स डिजिटल एड्स प्रालि. की 6803 लाख लागत की सालिटेयर प्लाट परियोजना
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