जागरण संवाददाता, लखनऊ। अलाया अपार्टमेंट हादसे में मलबे के बीच फंसी महिला शिक्षक शबाना खान के जिंदा रहने की उम्मीद गुरुवार को उस समय टूट गई, जब मलबा हटाने के दौरान उनका चोटिल शव बरामद किया गया। मौके पर ही उनको मृत घोषित कर शव को मार्चयुरी भेजा गया। इस हादसे में तीन की मौत हुई है। तीनो ही महिला हैं।

वजीर हसन रोड स्थित पांच मंजिला अवैध अलाया अपार्टमेंट मंगलवार शाम 6.30 बजे ताश के पत्तो की तरह ढह गया था। इस हादसे के बाद एंडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ सेना ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था। मंगलवार देर रात तक कई घायलों को बाहर निकाला गया था। बुधवार को सुबह सपा नेता हैदर अब्बास की मां बेगम हैदर और उनकी पत्नी उजमा हैदर की मौत हो गई थी। गुरुवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। बताया गया की दूसरी मंजिल पर रहने वाली शिक्षक शबाना खान अभी मलबे में फंसी है। शबाना मूल रूप से बांदा की रहने वाली थी। हादसे की खबर सुनकर उनकी मां आलिमा और बहन सहित कई परिवार के लोग भी आ गए।

मलबे में दिख रहे कंबल को देख शिक्षक शबाना खान की मां आलिमा की उम्मीद बढ़ती रही। आलिमा को शबाना की सैंडल और भी कई बिखरे सामान दिखे। शबाना उन्नाव के हिम्मतगढ़ के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका थी। आखिरी बार शबाना ने मंगलवार शाम 6:30 बजे अपना वाट्सएप चेक किया था। इसके बाद से कोई पता नहीं चला था। एनडीआरएफ को परिवार ने बताया कि घटना के समय बिजलीवालों को बुलाया था। कुछ गड़बड़ी थी शायद उसे ठीक कराने वह नीचे उतरी होगी। एनडीआरएफ के अधिकारी ढांढस बंधाते हुए शबाना को खोजने के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दे रहे थे।

Edited By: Mohammed Ammar