Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Lucknow Building Collapse : रुपये बचाने के चक्कर में मालिक ने घटिया निर्माण सामग्री का किया था प्रयोग

    खतरनाक काम्प्लेक्स में लोग व्यवसायिक काम करने लगे। राकेश सिंघल के इस आपराधिक कृत्य से यह गंभीर घटना हुई है। इमारत एकाएक भरभरा कर शनिवार को गिर गई। हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई 28 घायल हुए। इसमें से कई की हालत नाजुक बनी हुई है। भवन स्वामी ने रुपये कमान के लिए लोगों की जान जोखिम में डाल दी।

    By Saurabh Shukla Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sun, 08 Sep 2024 10:20 PM (IST)
    Hero Image
    कहने के बावजूद भी नहीं कराई गई थी मरम्मत।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। ट्रांसपोर्ट नगर में काम्प्लेक्स के मालिक राकेश सिंघल ने रुपये बचाने के चक्कर में इमारत में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया था। मुकदमा दर्ज कराने वाले दारोगा महेश कुमार ने इसे अपनी तहरीर में लिखा भी है। इस तहरीर के आधार पर मकान संख्या 938 आशियाना निवासी और काम्प्लेक्स मालिक राकेश सिंघल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दारोगा महेश ने अपनी तहरीर में लिखा कि काम्प्लेक्स के आस पड़ोस में रहने वाले लोगों और घायलों से पूछताछ में पता चला कि काम्प्लेक्स का घटिया तरह से निर्माण कराया गया था। सुरक्षा के कोई बंदोबस्त भी नहीं किए गए थे। बिल्डिंग में काम करने वाले लोगों ने पूर्व में भी राकेश सिंघल को बताया था कि मरम्मत करा दें। इसके बाद भी उन्होंने मरम्मत नहीं कराई।

    दारोगा ने बताया कि ध्वस्त हुए भवन के मलबे को देखकर भी यह स्पष्ट हो रहा है कि निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया था। लोगों को बरगलाते हुए किराये पर उठाकर किराएदारों के साथ साथ छल भी किया गया था। खतरनाक काम्प्लेक्स में लोग व्यवसायिक काम करने लगे। राकेश सिंघल के इस आपराधिक कृत्य से यह गंभीर घटना हुई है। इमारत एकाएक भरभरा कर शनिवार को गिर गई। हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई 28 घायल हुए। इसमें से कई की हालत नाजुक बनी हुई है। भवन स्वामी ने रुपये कमान के लिए लोगों की जान जोखिम में डाल दी।

    लिफ्ट लगने के बाद कमजोर हो गया पिलर

    घटनास्थल के आस पास रहने वाले व्यवसायी, घायल मजदूरों ने यह भी बताया कि इमारत निर्माण के बाद उसमें लिफ्ट लगाई गई थी। लिफ्ट के लिए खुदाई हुई थी। इसके बाद एक पिलर कमजोर हो गया था। पिलर कमजोर पर लिफ्ट का भी लोड था। इस कारण इमारत ढही थी। निर्माण के दौरान पतली सरिया डालकर पिलर खड़े किए गए थे। मालिक ने जानबूझ कर निर्माण से संबंधित मानकों का उल्लंघन किया। राकेश ने बिल्डिंग में सुरक्षा के कोई बंदोबस्त भी नहींं किए थे। अंतत: इमारत शनिवार शाम को बारिश के दौरान धमाके के साथ ढह गई।

    काट-काट कर निकाला गया ट्रक 

    हादसे के दौरान इमारत के मलबे के नीचे ट्रक भी दब गया था। रेस्क्यू में लगी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और दमकल की टीम ने गैस कटर व अन्य अत्याधुनिक कटर से ट्रक की बाडी काट-काट कर टुकड़ों में उसे निकाला। ट्रक की बाडी काटकर निकालने में आपदा बल को करीब पांच घंटे लगे।