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    कन्नौज, आगरा, मथुरा, दिल्ली जाना होगा आसान, UP में बन रहे नए अंडरपास से 5 लाख की आबादी को मिलेगा फायदा

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 01:48 PM (IST)

    लखनऊ में अवध चौराहे पर बन रहा अंडरपास दिसंबर 2026 तक पूरा होने का लक्ष्य है। उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम द्वारा निर्मित, यह अंडरपास 5 लाख लोगों को रा ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्मक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। राजधानी के लोगों की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम इस वक्त शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कई पुल, फ्लाईओवर और रोड ओवर ब्रिज बना रहा है। इनमें अवध चौराहे पर बन रहा एक अंडर पास भी है, जिसके बन जाने के बाद पांच लाख आबादी को न सिर्फ राहत मिलेगी बल्कि राजधानी से कन्नौज, आगरा, मथुरा, नोएडा व दिल्ली जाने वाले लोगों को अवध चौराहे पर जाम में नहीं फंसना पड़ेगा, इसके लिए अवध चौराहे पर अंडर पास का काम काफी तेजी से चल रहा है और दिसंबर 2026 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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    वीआइपी रोड से आने वाले वाहन सीधे अवध अंडर पास के जरिए पारा जाने वाली रोड पर निकलेंगे। यहां जाम में फंसकर पच्चीस से तीस मिनट अभी तक खराब होते थे। अगर यह समय बच जाए तो वाहन चालक पंद्रह से बीस किमी. की दूरी तय कर सकेगा। लंबे समय से आगरा एक्सप्रेस वे का प्रयोग करने वाले इस अंडर पास के लिए मांग कर रहा थे।

    इस अंडर पास के बनने के बाद ट्रैफिक लोड चालीस प्रतिशत कम होने का अनुमान है। क्योंकि चारबाग से चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट, उन्नाव व कानपुर जाने वाला ट्रैफिक ही अंडर पास के ऊपर बनी रोड पर चलेगा। इसके अलावा स्थानीय लोगों का आवागमन रहेगा। डबल गर्डर बाक्स का अंडर पास बनाया जा रहा है, जो दो लेन का होगा। यहां चालीस प्रतिशत से अधिक काम भी हो गया है।

    अवध अंडर पास को 887.36 मीटर लंबा बनाया जा रहा है। इसमें रैंप करीब 282.16 मीटर लंबा होगा। बाक्स की लंबाई 350 मीटर और रैंप फिर निकलते वक्त 255.20 मीटर का होगा। दो लेन के रैंप पर वाहनों का जाम न लगे, इसके लिए बीच में डिवाइडर भी होगा। चौबीस घंटे में पंद्रह हजार से अधिक वाहन निकल सकेंगे।

    पूरे प्रोजेक्ट पर सेतु निगम 14,637.20 लाख रुपये खर्च कर रहा है। अभियंताओं के मुताबिक इस काम को दिसंबर 2026 तक खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं लिखा पढ़ी में सिविल वर्क को खत्म करने तिथि जून 2027 रखी गई है। इसके बनने के बाद आगे आने वाले 25 से 30 सालों तक राहत रहेगी।

    लाइटिंग बेहतर होगी, जलभराव नहीं होगा, सीसी कैमरे लगेंगे

    अवध चौराहे पर बने अंडर पास में लाइटिंग की व्यवस्था होने के साथ ही बरसात में जलभराव न हो उसकी व्यवस्था सिविल वर्क के साथ की जा रही है। अमूमन अंडर पास में रैम्प के जरिए जलभराव होता है। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से लखनऊ से दिल्ली से के बीच आगरा एक्सप्रेस कैमरे से लैस है। ऐसे में अंडर पास में भी सीसी कैमरे लगाए जाएंगे, जो पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट होंगे।