AI से तैयार तेंदुए ने बीस घंटे लखनऊ के लोगों को कैद रखा, स्कूल तक हो गए बंद; अखिलेश यादव तक ने किया ट्वीट
लखनऊ के रजनीखंड इलाके में एआई से बनाई गई तेंदुए की फोटो वायरल होने से दहशत फैल गई। छात्र देवांश पटेल ने फोटो बनाई और हिमांशु रावत ने उसे वायरल किया। वन विभाग ने मामला दर्ज करने की अपील की। पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। एहतियात के तौर पर कई स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।

जागरण टीम, लखनऊ। हंसी मजाक में आर्टीफिशल इंटेलिंजेंस (एआइ) से तेंदुए की फोटो बनाना और उसे वायरल करना कानपुर रोड रजनीखंड एलडीए कालोनी निवासी छात्रों को महंगा पड़ गया। छात्र देवांश पटेल ने फोटो बनाई थी और दोस्त हिमांशू रावत ने उसे वायरल कर दिया था।
हालांकि वन विभाग ने देवांश पटेल के खिलाफ ही आशियाना थाने में तहरीर देकर ठोस कार्यवाही करने को कहा लेकिन आशियाना पुलिस देर रात मुकदमा दर्ज नहीं की थी। कल रात से लेकर आज दोपहर तक लोग करीब बीस घंटे दहशत के साए में ही रहे।
बीकाम के छात्र देवांश ने रजनीखंड में घर की पहली मंजिल से यह फोटो तैयार कर व्हाट्शप स्टेटस पर लगाने और तेंदुए की फोटो को अपने दोस्तों के ग्रुप में भेजने के बाद वह वायरल हो गई और दहशत मच गई थी। दो छात्रों की इस कारस्तानी से घंटों लोग दहशत में रहे।
अब छात्र देवांश का वन विभाग के अधिकारियों से कहना था कि वह सुन रहा था कि रुचि खंड एक दो तीन में तेंदुआ देखा गया है तो उन्होंने एआइ से तेंदुए फोटो जनरेट कर सेल्फी वाली फोटो को हंसी मजाक करने के लिए बनाया था, जिसे दोस्तों के ग्रुप पर डाल दिया और यह उससे बड़ी गलती हुई है।
तेंदुए का एआइ से फोटो बनाकर वायरल करने वाले छात्र रजनीखंड निवासी देवांश पाटिल और हिमांशु रावत का पता कर पुलिस ने आशियाना थाने में बुलाया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने सिर्फ मजाक में दोस्तों को फोटो को भेजा था, देवांश ने कहा कि अंदाजा नहीं था कि पूरा मोहल्ला दहशत में आ जाएगा। परिजनों ने भी थाने पहुंचकर दोनों को फटकार लगाई। देवांश की मां ने भी थाने में ही इस हरकत के लिए बेटे को डांट भी लगाई।
इंस्पेक्टर आशियाना क्षत्रपाल सिंह ने बताया कि वायरल फोटो एआइ से बनी है अफवाह के कारण लोग दहशत में दिखे सभी को समझाया गया है कि डरे नहीं अभी तेंदुए की पुष्टि क्षेत्र में नहीं हुई।
डीएफओ अवध सितांशु पांडेय ने बताया कि गुरुवार रात के बाद से वन विभाग की टीम सतर्क थी और लोगों से अकेले न निकलने की अपील कर रही लेकिन पता चला कि एआइ से जनरेट कर तेंदुआ की फोटो बनाकर उसे वायरल किया गया था। उनके खिलाफ वन विभाग ने थाने में तहरीर दी गई है और पुलिस से कहा गया कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ विधिक कार्यवाही भी करें
स्कूल तक बंद हो गए थे, छा गया था सन्नाटा
गुरुवार सुबह रुचि खंड की सड़कों पर सन्नाटा था। लोग अकेले दूध लेने नहीं निकले तो बच्चों को भी स्कूल नहीं भेजा गया था। घर से बाहर निकलने से पहले हर कोई धीरे से दरवाजा खोलकर झांकता था तो कोई खिड़की से झांक कर नजारा देख रहा था।
हर किसी की नजर सीसीटीवी के स्क्रीन पर थी कि शायद आते जाते तेंदुआ दिख जाए। तेंदुआ देखे जाने की खबर और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो फोटो पूरी रात व दिन दहशत का माहौल रहा। कई निजी स्कूलों ने छुट्टी कर दी, जबकि सरकारी विद्यालयों में बच्चों को क्लासरूम से बाहर नहीं निकलने दिया गया। अभिभावक परेशान होकर स्कूलों के बाहर दिखे।
वन विभाग और पुलिस टीमों ने रात से लेकर गुरुवार दिन तक पूरे इलाके में घूम घूम कर देखा लेकिन तेंदुआ कहीं नहीं मिला। लोगों का कहना है कि चाहे तेंदुआ आया हो या नहीं, लेकिन अफवाह ने पूरे क्षेत्र का सुकून छीन लिया।
सत्यता जाने बिना अखिलेश ने सरकार को घेरा
तेंदुआ होने का फोटो वायरल होने के बाद समाजवादी पार्टी ने भी सत्यता जाने बिना ही सरकार को घेरना चाहा। सपा प्रमुख ने अखिलेश यादव ने एक्स कहा, अब तो राजधानी में आ गया, सरकार को पता चला क्या? इसमे तेंदुआ की फोटो को भी दिखाया गया है। दरअसल सोशल मीडिया पर तेंदुआ का फोटो इतनी तेजी से वायरल हुआ कि प्रतिक्रिया देने वालों की लंबी लाइन लग गई। लिहाजा सपा प्रमुख भी पीछे नहीं रहे।
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