अब इलाज के लिए बड़े अस्पतालों की दौड़ खत्म! यूपी में खुलेंगे 564 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिर
शहरी क्षेत्रों में 564 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिर खुलने वाले हैं। इन मंदिरों के खुलने से लोगों को घर के पास ही चिकित्सीय परामर्श इलाज और जांच की सुविधा मिलेगी। अब छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए बड़े अस्पतालों के चक्कर काटने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इससे अस्पतालों पर भी दबाव कम होगा। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। शहरी क्षेत्रों में आबादी के बीच जल्द ही 564 नये आयुष्मान आरोग्य मंदिर क्रियाशील किए जाएंगे। इन आरोग्य मंदिरों के क्रियाशील हो जाने पर बड़ी आबादी को स्वास्थ्य संबंधी छोटी दिक्कतों के लिए अनावश्यक बड़े अस्पतालों की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। मरीजों को घर के पास ही चिकित्सीय परामर्श व इलाज मिल जाया करेंगे।
शहरी क्षेत्रों में खुलने वाले इन आरोग्य मंदिरों में मरीजों को चिकित्सीय परामर्श, इलाज के साथ ही 14 प्रकार की जांच कराने की सुविधा मिलेगी। टेली कंसल्टेंसी की सेवाएं भी इन आरोग्य मंदिरों में मरीजों को मिलेंगी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि शहरी क्षेत्रों में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की संख्या बढ़ने पर बड़े सरकारी अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम होगा। स्वास्थ्य संबंधी छोटी छोटी दिक्कतों के लिए मरीजों को जिला चिकित्सालयों, मेडिकल मेडिकल कालेजों और अन्य उच्च चिकित्सीय संस्थानों में भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि शहरी क्षेत्रों में प्रस्तावित 564 नये आरोग्य मंदिरों क जल्द क्रियाशील किया जाए। आरोग्य मंदिरों में दवाओं, जांचें, स्क्रीनिंग व टेली कंसल्टेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
आरोग्य मंदिरों की चिकित्सीय सेवाओं के बारे में स्थानीय जनता को बताया जाए। गौरतलब है कि प्रदेश में इस समय कुल 22681 आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं, जिनमें से शहरी क्षेत्रों में 1123 आरोग्य मंदिर क्रियाशील हैं। 564 नये आरोग्य मंदिरों के क्रियाशील हो जाने पर शहरी क्षेत्रों में आरोग्य मंदिरों की संख्या 1687 हो जाएगी।
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