दीपावली से पहले 14 हजार किलो घटिया खाद्य सामग्री जब्त; रिफाइंड, खाेआ, ड्राई फ्रूट और खड़े मसाले तक में मिलावट
दीपावली से पहले लखनऊ में खाद्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 हजार किलो घटिया खाद्य सामग्री जब्त की। रिफाइंड, खोआ और ड्राई फ्रूट में मिलावट पाई गई, जिसके चलते उन्हें नष्ट किया गया। विभाग ने 50 क्विंटल से अधिक ड्राई फ्रूट की बिक्री पर रोक लगा दी है और नमूनों को जांच के लिए भेजा है। मिलावटी खाद्य पदार्थों से स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है।
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जागरण संवाददाता, लखनऊ। दीपावली पर बड़े पैमाने पर घटिया और मिलावटी खाद्य सामग्री बाजार में खपाकर लोगों की सेहत बिगाड़ने की तैयारी थी। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने गुरुवार को शहर के अलग अलग इलाकों में छापे मारकर करीब 14 हजार किलोग्राम घटिया और मिलावटी खाद्य सामग्री जब्त की।
इसके अलावा करीब आठ क्विंटल खोआ, ड्राई फ्रूट और पनीर की गुणवत्ता घटिया मिलने पर नष्ट कराया गया। संदेह पर पचास क्विंटल से अधिक ड्राई फ्रूट के नमूने की रिपोर्ट आने तक बिक्री पर रोक लगा दी गई है। टीमों ने प्रारंभिक परीक्षण और संदेह के आधार पर 17 नमूने जांच के लिए उठाए हैं।
एफएसडीए का कहना है कि नमूनों की जांच रिपोर्ट जल्द मंगवाने के लिए प्रयोगशाला को लिखा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। दीपावली के आसपास पनीर, खोआ, मसालों के अलावा रिफाइंड और ड्राईफ्रूट की बिक्री कई गुना बढ़ जाती है।
बाजार में बड़ी मांग की आपूर्ति पूरी करने में मिलावटखोर भी सक्रिय हो जाते हैं।सहायक आयुक्त एफएसडीए विजय प्रताप सिंह के अनुसार शिकायतों के आधार पर बुधवार रात से विशेष अभियान चलाकर अलग अलग प्रतिष्ठानों, मंडियोें और कोल्ड स्टोरेज में छापे मारे गए जिसमें बड़ी मात्रा में बरामदगी हुई।
अधिकतर खाद्य पदार्थ एक्सपायरी हो चुके थे और बेहद खराब हालत में थे जो इस्तेमाल करने लायक नहीं थे। जब्त रिफाइंड भी प्रथम दृष्टया एक्सपायरी मिला जिनमें किसी पर स्पष्ट सूचना अंकित नहीं थी। इस तरह लेबलिंग एंड पैकेजिंग एक्ट का उल्लंघन पाया गया।
फैजाबाद रोड पर राम स्वरूप कोल्ड स्टोरेज एंड एलाइड इंडस्ट्रीज में काफी मात्रा में खाद्य सामग्री बरामद हुई। पचास किलोग्राम चिलगोजा सड़ी गली हालत में मिला जिसे तत्काल नष्ट कराया गया। इसी स्टोर में 663 किग्रा खजूर भी खराब हालत में पैकेटों में रखा था। कई पैकेटों में फफूंदी तक लग चुकी थी।
एफएसडीए की जांच टीम ने खजूर के सभी पैकेटों को नष्ट करा दिया। स्टोर में 1859 किग्रा खड़े मसाले भी बरामद हुए जो बेहद खराब हालत में थे यह मसाले फर्म हरि राम एंड संस सुभाष मार्ग के बताए गए। इनमें अधिकांश की इस्तेमाल की अवधि खत्म हो चुकी थी। मसालों को जब्त कर लिया गया।
इसके अलावा भी बड़ी मात्रा में भंडारण किए गए मूंगफली के दाने, हल्दी, सौंफ, काजू और छुहारा की गुणवत्ता खराब होने और मानकों के अनुरूप नहीं मिलने पर बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया। अमीनाबाद में भी बड़ी मात्रा में रिफाइंड आयल बरामद हुआ।
मंगलम एग्रोटेक के यहां छापे के दौरान वनस्पति बावर्ची ब्रांड 253 टिन और व 81 टिन पामोलिन तेल रखा मिला। इस तरह 334 टिन रिफाइंड जब्त किया गया। रिफाइंड की ही एक और खेप गोकुल एग्रो रिसोर्सेस लिमिटेड मोहिबुल्लापुर में मिली। खराब गुणवत्त पर 5878 किग्रा महक ब्रांड रिफाइंड सीज कर दिया गया।
इसके अलावा 1268 बोतल में 509 किलोग्राम सोयाबीन आयल गुणवत्ता खराब मिलने पर सीज किया गया। नाका में खोआ मंडी में प्रांरभिक जांच में 50 किग्रा खोआ फेल आने पर तत्काल नष्ट कराया गया।
लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के अध्यक्ष जनरल मेडिसिन विभाग एवं सीएमएस प्रो. विक्रम सिंह का कहना है कि खोआ में मिलाए जाने वाले रंगों में कार्बन व भारी मेटल होते हैं। इससे एलर्जी, अस्थमा और न्यूरो की गंभीर बीमारी हो सकती है। लिवर और किडनी पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है।
नकली मावा और इससे बनी मिठाई खाने से आपको पेट दर्द, दस्त और उल्टी की समस्या हो सकती है। ऐसे इसलिए होता है, क्योंकि इसमें स्टार्च या कम गुणवत्ता वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है। नकली रिफाइंड बनाने के लिए पाम आयल, सिंथेटिक कलर, अल्कोहल व एसेंस मिलाया जाता है। इससे दिल और लिवर रोग के साथ कैंसर का खतरा भी बढ़ता है। त्योहारी सीजन में रंग-बिरंगी मिठाइयां खाने से परहेज करना चाहिए।
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