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    20 प्रतिशत विद्यार्थियों की लग रही ऑनलाइन हाजिरी, प्रेरणा पोर्टल पर उपस्थिति अपलोड करने में लापरवाही

    Updated: Fri, 31 Oct 2025 03:23 AM (IST)

    बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देशों के बाद भी परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में लापरवाही हो रही है। गुरुवार को राज्य में केवल 20.62% छात्रों की हाजिरी दर्ज हुई। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने अधिकारियों को सुधार के निर्देश दिए हैं। प्रेरणा पोर्टल पर उपस्थिति अपडेट करने में भी रुचि नहीं दिखाई जा रही है। बायोमेट्रिक अपडेट की प्रगति भी धीमी है, जिस पर असंतोष जताया गया है।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देशों के बाद भी परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में लापरवाही बरती जा रही है। गुरुवार को राज्य में केवल 20.62 प्रतिशत विद्यार्थियों की ही आनलाइन हाजिरी दर्ज हुई। महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने विभागीय अधिकारियों को सुधार कराने के निर्देश दिए हैं।

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    राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा सभी परिषदीय विद्यालयों के प्रधान अध्यापकों को प्रेरणा पोर्टल पर अपने विद्यालय के विद्यार्थियों की उपस्थिति हर रोज अपडेट के लिए कहा गया है, लेकिन उनके द्वारा इसमें रुचि नहीं ली जा रही है।

    गुरुवार को राज्य 1,32,827 विद्यालयों में से मात्र 27,446 विद्यालयों द्वारा ही पोर्टल पर हाजिरी का अपडेट किया गया। उसमें भी छात्र-छात्राओं की संख्या कम रही। राज्य के कुल 1,29,17,308 विद्यार्थियों में से केवल 26,63,575 की उपस्थिति ही अपलोड की गई।

    महानिदेशक ने सभी एडी बेसिक, बीएसए और बीईओ निर्देश दिए हैं कि सभी विद्यालयों में उपस्थित शत प्रतिशत छात्र-छात्राओं की हाजिरी को डिजिटल रजिस्टर के माध्यम से प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड कराना सुनिश्चित करें।

    वहीं, राज्य परियोजना कार्यालय ने स्कूली छात्र-छात्राओं के आधार प्राधिकरण द्वारा निर्धारित आयु मानदंड के आधार पर अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (एमबीयू) की प्रगति भी न के बराबर हुई है। 28 अक्टूबर तक यूडाइस प्लस पोर्टल पर पांच से से 15 वर्ष आयु वर्ग के केवल 10 छात्र-छात्राओं का ही एमबीयू प्रदर्शित हो रहा है।

    महानिदेशक ने इस पर असंतोष जताते हुए कहा है कि एमबीयू की प्रगति अत्यधिक कम है। विद्यालयों द्वारा पात्र छात्र-छात्राओं का एमबीयू कराने के बाद पोर्टल पर प्रतिदिन डाटा अपडेट नहीं किया जा रहा है, जिससे वास्तविक स्थिति सामने नहीं आ रही।

    उन्होंने सभी एडी बेसिक व बीएसए को निर्देश दिए हैं कि विद्यालय स्तर तक प्रधान अध्यापकों जानकारी देकर एमबीयू के बार पोर्टल पर उनका डाटा अपडेट कराया जाएगा।