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    Lok Sabha Election 2024: यूपी में मतदाता 80 सीटों पर करेंगे नेताओं के भाग्य का फैसला, चुनाव आयोग ने कसी कमर, रणभेरी बजने वाली है...

    Updated: Tue, 12 Mar 2024 11:49 AM (IST)

    आयोग ने चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को भाषा की मर्यादा रखने की भी सलाह दी है। आयोग की कोशिश है कि किसी भी तरह चुनाव प्रचार के दौरान माहौल न खराब हो। राजनीतिक दल प्रचार के स्तर को ऊंचा उठाकर मुद्दा आधारित बहस पर ले जाएं। आयोग ने इसके लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है।

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    15.29 करोड़ मतदाता उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर करेंगे नेताओं के भाग्य का फैसला

    लोकसभा चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग पूरी तरह तैयार हो चुका है। इस बार प्रदेश के 15.29 करोड़ मतदाता नेताओं के भाग्य का फैसला करेंगे। कुल 80 लोकसभा सीटों के लिए 1.62 लाख मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव आयोग सभी मतदान केंद्रों को सहज, सुगम व सुरक्षित बनाने के साथ ही मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगा। बुजुर्ग मतदाताओं व दिव्यांगजन को घर बैठे पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए आयोग तकनीक का भी सहारा लेगा। राज्य ब्यूरो के विशेष संवाददाता शोभित श्रीवास्तव की रिपोर्ट...

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    लोकसभा चुनाव का शंखनाद अब कुछ ही दिनों में होने वाला है। चुनाव की घोषणा होते ही चुनाव आयोग सबसे अधिक प्रभावशाली हो जाता है। संविधान ने चुनाव आयोग को ये शक्तियां इसलिए प्रदान की हैं ताकि सत्ता पक्ष व विपक्ष के नेताओं को चुनाव के लिए समान अवसर प्रदान किया जा सके। किसी के साथ पक्षपात न हो। सभी शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व भयमुक्त माहौल में अपना वोट डाल सकें।

    आयोग ने चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को भाषा की मर्यादा रखने की भी सलाह दी है। आयोग की कोशिश है कि किसी भी तरह चुनाव प्रचार के दौरान माहौल न खराब हो। राजनीतिक दल प्रचार के स्तर को ऊंचा उठाकर मुद्दा आधारित बहस पर ले जाएं। आयोग ने इसके लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है। चुनाव आयोग का फोकस इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर है।

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    वर्ष 2019 में प्रदेश का औसत मतदान 59.11 प्रतिशत था। मतदान बढ़ाने के लिए आयोग ने पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या में लगातार सुधार किया है। वर्ष 2014 में जहां एक हजार पुरुषों की तुलना में 824 महिला मतदाता थीं, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 878 हो गई है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रति एक हजार 848 महिला मतदाता थीं। 90 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर एक हजार पुरुषों की तुलना में 900 से अधिक महिलाएं हैं।

    इस बार के मतदाता पुनरीक्षण अभियान में 18-19 वर्ष की महिला मतदाताओं की संख्या 7.26 लाख है। चुनाव आयोग ने युवाओं पर भी खास ध्यान दिया है। कालेजों में जागरूकता अभियान चलाने के लिए सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में सहायक निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी की तैनाती की गई है। इस बार मतदाता पुनरीक्षण अभियान में 18-19 वर्ष की आयु के 20.41 लाख युवा पहली बार मतदाता बने हैं। 20 से 29 वर्ष के करीब 30 लाख युवा मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए आयोग स्कूल व कालेजों में कार्यशालाओं का आयोजन भी करने जा रहा है।

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    चुनाव में इस बार तकनीक का बहुत होगा उपयोग

    चुनाव में इस बार तकनीक का भी खूब उपयोग होगा। ‘वोटर हेल्पलाइन’ एप के जरिए कोई भी मतदाता बनने के लिए आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके जरिए मतदाता सूची में अपना नाम खोज सकते हैं। मतदान केंद्र का विवरण व बीएलओ को भी इसके जरिए खोजा जा सकता है।

    ‘सी-विजिल’ एप के जरिए कोई भी नागरिक आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत कर सकते हैं। इसमें दर्ज शिकायतों का 100 मिनट में निस्तारण का आयोग दावा करता है। नागरिक चाहें तो अपना नाम गोपनीय भी रख सकते हैं। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की सुविधा के लिए आयोग ने ‘सुविधा’ पोर्टल विकसित किया है।

    इसके जरिए नामांकन व शपथ पत्र भरा सकता है। प्रत्याशी अपनी चुनावी रैलियों व कार्यक्रमों की इजाजत भी इसी पोर्टल के जरिए आनलाइन पा सकते हैं। उम्मीदवारों के बारे में विस्तार से जानने के लिए ‘नो योर कंडीडेट’ एप है। इसमें उम्मीदवारों की फोटो व विस्तृत विवरण मिल जाएगा।

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    होगी वेबकास्टिंग

    चुनाव आयोग प्रदेश के 51 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर आनलाइन नजर रखने के लिए वेबकास्टिंग कराने जा रहा है। इसके लिए 82 हजार मतदान केंद्रों को चुना गया है। ये वे केंद्र हैं जो संवेदनशील, अति संवेदनशील की श्रेणी में आते हैं। इनके अलावा जो मतदान केंद्र बचे हैं, उनमें वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कराई जाएगी।

    8.14 करोड़ पुरुष मतदाता

    7.15 करोड़ महिला मतदाता

    7,705 ट्रांसजेंडर मतदाता

    10.50 लाख दिव्यांगजन

    24.30 लाख बुजुर्ग मतदाता

    31,774 मतदाता सौ वर्ष से ज्यादा के

    2.97 लाख सर्विस मतदाता

    1.62 लाख हैं मतदान केंद्र

    38,959 मतदान केंद्र शहरों में

    1.23 लाख मतदान केंद्र गांवों में

    सबसे बड़ा विस क्षेत्र-साहिबाबाद (10,33,312)

    सबसे छोटा विस क्षेत्र-सीसामऊ (2,69,873)