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    'जनता दर्शन' में आई नन्ही मायरा, समस्या सुनते ही सीएम योगी ने अधिकारियों को तुरंत दिया ये निर्देश

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 12:21 PM (IST)

    कानपुर की मायरा ने जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एडमिशन की गुहार लगाई जिस पर सीएम ने तुरंत अधिकारियों को निर्देश दिया। मुरादाबाद की वाची और गोरखपुर की पंखुड़ी की समस्याओं का भी समाधान हुआ जिससे वे प्रतिष्ठित विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। सीएम ने मायरा से डॉक्टर बनने की इच्छा सुनकर उसे चॉकलेट दी और परिवार को एडमिशन का आश्वासन दिया।

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    कानपुर की नन्ही मायरा अपनी माँ के साथ CM योगी से मिलने पहुंची।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बेटियों के पढ़ने की इच्छा जताने, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुस्कुराने और फिर स्कूल में प्रवेश की मासूम की मनोकामना को पंख देने का दृश्य सोमवार को फिर जनता दर्शन में नजर आया।

    अपनी मां के साथ मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची कानपुर की मायरा से मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या बनना चाहती हो तो उसने बेझिझक कहा- डॉक्टर। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बच्ची को चाकलेट दी और अधिकारियों को स्कूल में उसका प्रवेश कराने के निर्देश दिए।

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    इसके बाद सोमवार को ही संबंधित स्कूल ने मायरा के प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी। यह पहली बार नहीं है जब पढ़ाई का सपना पूरा करने के लिए बेटियों ने मुख्यमंत्री से आस लगाई हो। पिछले दिनों मुरादाबाद की वाची और गोरखपुर की पंखुड़ी ने भी पढ़ाई संबंधी गुहार लगाई थी और उनकी समस्याओं का निस्तारण हो गया था।

    जनता दर्शन में मुख्यमंत्री पहुंचे तो मायरा अपनी मां नेहा के साथ बैठी हुई थी। मुख्यमंत्री ने मायरा की मां से पूछा कि कहां से आए हैं तो उन्होंने बताया कि वह बेटी का कानपुर के स्कूल में प्रवेश कराना चाहती हैं।

    इसके बाद योगी ने मायरा से पूछा कि स्कूल जाओगी? किस क्लास में पढ़ोगी? क्या बनोगी?

    इस पर मायरा ने डाक्टर बनने की इच्छा जताई तो मुख्यमंत्री मुस्कुरा उठे। उन्होंने अधिकारियों को बच्ची का एडमिशन कराने के लिए तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद शाम होने से पहले ही कानपुर के केशवपुरम स्थित एस्कार्ट्स वर्ल्ड स्कूल के प्रधानाचार्य सुधीर तिवारी ने बीएसए और शासन के अधिकारियों को प्रवेश की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दी।

    वहीं मायरा का परिवार मुख्यमंत्री की सहृदयता का कायल हो गया। नेहा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने काफी अच्छे तरीके से हमारे परिवार की बात भी सुनी और एडमिशन का आश्वासन दिया। इससे पहले जून में मुरादाबाद की वाची ने अपने माता-पिता के साथ जनता दर्शन में स्कूल में प्रवेश की गुहार लगाई थी और तीन घंटे में उसका एडमिशन हो गया था।

    इसी तरह जुलाई में गोरखपुर के पुर्दिलपुर निवासी पंखुड़ी त्रिपाठी ने भी फीस माफी का अनुरोध किया था और मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद विद्यालय ने उनकी फीस माफ कर दी थी।

    सोमवार को जनता दर्शन में प्रदेश भर से आए 50 से अधिक फरियादी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सभी की समस्याएं जानीं और अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। 15 मामले जमीन संबंधी, छह पुलिस कार्रवाई, चार मामले नाली, सड़क व खड़ंजा संबंधी और चार मामले आर्थिक सहायता से जुड़े भी आये।

    वहीं बेटी की शिक्षा, स्थानांतरण, आवास आदि के लिए भी मुख्यमंत्री के समक्ष लोगों ने गुहार लगाई। मुख्यमंत्री ने सभी को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान अभिभावकों के साथ आए बच्चों से भी स्नेह से मिले। नन्हे-मुन्नों के सिर पर हाथ फेर अपनत्व का अहसास कराया। कुछ बच्चों की पढ़ाई के बारे में भी जानकारी ली। उनको चाकलेट-टाफी दीं और उज्ज्वल भविष्य बनाने का आशीर्वाद दिया।