UP Lightning Death: यूपी में बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत, 15 दिनों में 37 से अधिक की गई जान
UP Lightning Death यूपी में मानसून का मौसम आने के साथ ही बिजली गिरने की घटनाओं में मौते थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को जहां प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में 11 लोगों ने अपनी जान गवां दी है। वहीं बीते 15 दिनों में 37 से अधिक लोग वज्रपात से काल के गाल में समा चुके हैं।

लखनऊ, जागरण टीम। प्रदेश के कई जिलों में शनिवार को बिजली आसमान से काल बनकर गिरी, जिससे 11 लोगों की मृत्यु हो गई और 12 लोग झुलस गए। मैनपुरी में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर किशोर समेत तीन की मृत्यु हो गई, जबकि एक युवती झुलस गई।
आगरा में दो लोग घायल हुए हैं। वहीं, जालौन बिजली गिरने से महिला समेत दो लोगों मौत हो गई। बांदा में भी दो की जान गई है। उन्नाव एक की मौत हो गई व पांच झुलस गए। हमीरपुर में एक ने दम तोड़ दिया, जबकि एक व्यक्ति घायल है। कानपुर देहात और इटावा में एक-एक मौत हुई है।
जनहानि पर योगी दुखी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली गिरने से हुई जनहानि की घटनाओं पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने दिवंगतों के स्वजनों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि तत्काल वितरित करने का निर्देश दिया है। मृतकों के शोक संतप्त स्वजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने इस आपदा में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने का भी निर्देश दिया है।
मंगलवार यानी चार जुलाई को पूर्वांचल के कई जिलों में जोरदार बारिश के साथ आकाशीय बिजली की गरज चमक के साथ 11 लोगों की मौत हो गई थी। सर्वाधिक छह लोगों की मौत आजमगढ़ जिले में तो गाजीपुर जिले में चार लोगों की मौत हुई थीं।
क्यों होता है वज्रपात
आसमान में धनात्मक और ऋणात्मक आवेशित बादल उमड़ते-घुमड़ते हुए जब एक-दूसरे के पास आते हैं तो टकराने (घर्षण) से उच्च शक्ति की बिजली उत्पन्न होती है। इससे दोनों तरह के बादलों के बीच हवा में विद्युत-प्रवाह गतिमान हो जाता है। विद्युत-धारा प्रवाहित होने से रोशनी की तेज चमक पैदा होती है। ट्रफ लाइन के पास वज्रपात की आशंका अत्यधिक होती है।
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