New GST Rates: आज से कौन सी जीवनरक्षक दवाएं हो जाएंगी सस्ती, लगेगा जीरो टैक्स? जानें हर डिटेल
22 सितंबर से जीवन रक्षक दवाएं सस्ती हो जाएंगी क्योंकि केंद्र सरकार ने जीएसटी दरों में बदलाव किया है। दवा कारोबारियों के अनुसार 12% टैक्स अब 5% होने से एमआरपी कम होगी। लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन ने डिस्काउंट कम करने और क्रेडिट अवधि सीमित करने जैसे फैसले लिए हैं। नई दरों का लाभ ग्राहकों को तभी मिलेगा जब बाजार में नया माल आएगा।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। जीवन रक्षक दवाएं 22 सितंबर से बाजार में सस्ती हो जाएगी। इसका सबसे अधिक फायदा उन लोगों को मिलेगा, जिनका बजट जीवन रक्षक दवाओं के कारण बिगड़ रहा था। केंद्र सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में बदलाव के कारण यह दवाइयां पहले से सस्ती हुई है।
दवा कारोबारियों के मुताबिक पहले कर 12 प्रतिशत था जो घटकर पांच प्रतिशत है तो उस पर 6.25 एमआरपी पर घटकर लगेगा जैसे एमआरपी है 439.62 अब यह 412 रुपये की हो जाएगी। वही जिस दवाई पर 18 प्रतिशत टैक्स था, उस पर पांच प्रतिशत कर दिया है। 400 रुपये की दवाई 412.14 रुपये की हो गई है। इसी तरह जिस पर पांच प्रतिशत टैक्स था उस पर टैक्स नहीं लगेगा।
दवा व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों का तर्क है कि जब नया माल, कम जीएसटी में मिलेगा तो वह ग्राहकों को भी देंगे लेकिन बिना नए माल के यह संभव नहीं होगा। पहले से डंप माल पर जीएसटी की दरें कम करके बेचने में नुकसान होगा।
वहीं लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन ने भी बैठक करके कुछ अहम फैसले लिए हैं। बैठक में निर्णय किया गया है कि अब होलसेल से रिटेल की बिक्री पर दिया जाने वाला डिस्काउंट अब तीन प्रतिशत कम कर दिया जाएगा। जीएसटी में बदलाव के कारण, री होलसेल से कोई भी माल वापस नहीं लिया जाएगा।
दवा कारोबारियों को सभी लेन देन के लिए तीन ब्लैंक सिक्योरिटी चेक लेना अनिवार्य होगा। इसके अलावा क्रेडिट पीरियड को अधिकतम पंद्रह दिन तक सीमित किया गया है और किसी भी ग्राहक के अधिकतम दो बिल बकाया रह सकते हैं।
इन फैसलों का सीधा असर आम ग्राहकों पर पड़ने वाला है। ग्राहक भी सोच समझकर दवा लें, क्योंकि बाद में इन्हें वापसी करने में परेशानी हो सकती है।
दवाओं के दामों में 22 सितंबर से काफी अंतर आया है। जो इमेट की दस टैबलेट 2,274 रुपये की थी वह अब 1,978 की हो गई है। कैपगार्ड 500 जो 895 से 778 रुपये में हो गई है। लिमसी 500 के दाम अब 22.90 रुपये, डाेलो 34.27 रुपये से 29.81 और बेकोस्यूल्स 66.53 से घटकर 57.88 रुपये में हो गई है। इसका फायदा आमजन को मिलेगा और दवा व्यापार को गति मिलेगी।
वीरेंद्र सिंह, विक्की, दवा कारोबारी
सरकार द्वारा जीएसटी के स्लैब में बदलाव करने का निर्णय स्वागत योग्य है। लेकिन मरीज को इसका लाभ मिलने के लिए कंपनी को नई घटी हुई एमआरपी का माल बाजार में लाना होगा। क्योंकि तभी इसका लाभ मरीजों को मिल पाएगा। इसके लिए मरीज को तब तक इंतजार करना पड़ेगा जब तक कंपनी द्वारा नई एमआरपी की इनवाइसिंग नहीं होती है।
विकास रस्तोगी, प्रवक्ता व वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दवा व्यापार मंडल (गिरिराज), लखनऊ।
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