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    लखनऊ की सहारा शहर टाउनशिप को पूरी तरह टेकओवर करेगा LDA, तेज हुई कागजी प्रक्रिया

    मुख्य नगर नियोजक की ओर से इसका प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। सूत्रों की माने तो सहारा का लाइसेंस निरस्त होने के बाद अब प्राधिकरण लिखा पढ़ी में इसे पहले टेकओवर करेगा और फिर इस पर काम करेगा।

    By Rafiya NazEdited By: Updated: Mon, 22 Mar 2021 12:29 PM (IST)
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    लखनऊ में सहारा शहर की टाउनशिप को एलडीए करने जा रहा है टेकओवर।

    लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) अपनी सुलतानपुर रोड स्थित सहारा की टाउनशिप को पूरी तरी से टेकओवर करने जा रहा है।कागजों में यह प्रक्रिया  तेज हो गई है। प्राधिकरण की नई टाउनशिप के सहारे पहले से मौजूद निजी टाउनशिप को भी मदद मिलेगी। यहां पिंटल, राज, अमरावती व शिप्रा कोलोनाइजर पहले से अपने प्रोजेक्ट पर  काम कर रहे हैं। इनके प्रोजेक्ट छोटे हैं। वहीं लविप्रा 1400 एकड़ के आसपास टाउनशिप बनाने की सोच रहा है। सहारा का प्रोजेक्ट 2052 था, लेकिन निजी टाउनशिप को कई एकड़ का लाइसेंस देने और स्थानीय स्तर पर अवैध रूप से प्लाटिंग हो जाने से जमीन कम बची है। अगर प्राधिकरण इनसे भी जमीन ले लेता है तो जरूरत प्राधिकरण का प्रोजेक्ट बड़ा हो जाएगा। 

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    मुख्य नगर नियोजक की ओर से इसका प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। सूत्रों की माने तो सहारा का लाइसेंस निरस्त होने के बाद अब प्राधिकरण  लिखा पढ़ी में इसे पहले टेकओवर करेगा और फिर इस पर काम करेगा। अभी तक जो किसानों से कवायद चल रही थी, उसको और गति देगा। टाउनशिप को लेकर प्राधिकरण उत्साहित है। यहां हर वर्ग के लिए जहां भूखंड होंगे, वहीं निजी कोलोनाइजर को अपार्टमेंट व कमर्शियल हब के लिए भी जमीनें नीलामी दर पर दी जाएंगी। कालोनी आने वाले समय में  बेहतरीन हो, उसके  लिए खाका तैयार किया जा रहा है। डीएम एवं लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश इस प्राेजेक्ट को लेकर गंभीर है और इस संबंध में संयुक्त सचिव डीएम कटियार, नायब तहसीलदार स्निग्धता चतुर्वेदी को किसानों के साथ बैठक भी करवा चुके हैं। इसके बाद सचिव लविप्रा पवन कुमार गंगवार की भी किसानों के साथ जमीनों को लेकर बैठक दो चरणों में हो चुकी है। माना जा रह है मोहान रोड के साथ ही सुलतानपुर रोड योजना की टाउनशिप को भी लांच किया जा सकता है। 

    इन कोलोनाइजर की है पहले से जमीनें 

    पिंटल : करीब 100 एकड़

    अमरावती : करीब 80 एकड़

    शिप्रा : करीब 376 एकड़

    राज : करीब 100 करोड़