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    UP News: लखनऊ में जमीन हड़पने के लिए जालसाजी, फर्जी रजिस्ट्री कर 99 लाख रुपये की ठगी

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 04:26 PM (IST)

    लखनऊ में जालसाजों ने एक व्यवसायी को जमीन बेचकर बाद में उसे अपने पोतों को गिफ्ट कर दी। पीड़ित ने 2017 में 99 लाख रुपये में जमीन खरीदी थी लेकिन मई 2025 में उसे पता चला कि उसकी जमीन पर कब्जा हो रहा है। विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

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    फर्जी रजिस्ट्री कर 99 लाख रुपये की ठगी

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। जालसाजों ने आठ वर्ष पूर्व दुबग्गा के कारोबारी रूपनारायण सिंह को 2017 में 92946 वर्गफीट जमीन 99 लाख लेकर रजिस्ट्री की। इसी जमीन को आठ वर्ष बाद आरोपित ने दो पौत्रों के नाम पर गिफ्ट डीड कर दिया।

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    मई 2025 को पीड़ित को जानकारी तब हुई, जब उसके खरीदे गए भूखंड पर रेडीमेड दीवार तैयार की जा रही थी। विरोध करने पर आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित की तहरीर पर वजीरगंज कोतवाली में महिला किसान समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

    दुबग्गा के भमरौली शाहपुर निवासी रूपनारायण सिंह के मुताबिक उन्होंने आलमनगर निवासी उत्तम चंद्र वर्मा के साथ मिलकर पारा इलाके के सूरजकुंड खेड़ा स्थित सलेमपुर पतौरा निवासी रामरती से 2017 में भूखंड की बात की। रामरती ने बताया कि उनके पास कुल चार रकबा में 1.7690 हेक्टेएयर भूखंड है।

    रूपनारायण और उत्तम ने इसका आधा भूखंड 0.8635 हेक्टेएयर (92946.36वर्गफीट) भूखंड का सौदा किया। इसके बदले में 99 लाख रुपये रामरती को दिये। भूखंड की रजिस्ट्री उपनिबन्धक चतुर्थ लखनऊ के कार्यालय में 22 मई 2017 को कराई गई।

    इसके बाद रामरती ने साजिशन उनको बेची गई जमीन को अपने पौत्रों अरविंद और पंकज के नाम गिफ्ट डीड 4 मार्च 2025 में किया। इसकी जानकारी 13 मई 2025 को हुई। इस दिन वह अपने साझीदार उत्तम चंद्र वर्मा के साथ भूखंड को देखने गई।

    वहां देखा कि अरविंद व पंकज कुछ साथियों के साथ रेडीमेड चहारदीवारी लगवाकर कब्जा कर रहे थे। इसका विरोध करने पर दोनों को धमकी दी गई। आपत्ति की तो रामरती ने भी उनको भला-बुरा कहा। इसी दिन रामरती ने अरविंद और पंकज को दोबारा गिफ्ट डीड कर दिया।

    14 मई को उपनिबंधक कार्यालय सदर में मुआयना करवाया व प्रमाणित प्रतिलिपि निकलवाई। जिसके जरिए पता चला कि रामरती ने उनको बेची गई जमीन की रजिस्टर्ड गिफ्ट डीड अपने पौत्रों अरविंद और पंकज के नाम किया है। इसमें बतौर गवाह संजय व लक्ष्मण प्रसाद हैं।