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    उत्तर भारत में पहली बार कुशीनगर से ‘अंतरिक्ष की उड़ान’, अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला भी होंगे शामिल

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 06:00 AM (IST)

    कुशीनगर में 27 से 30 अक्टूबर तक इन-स्पेस मॉडल रॉकेट्री प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 71 मॉडल रॉकेट लॉन्च होंगे। अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला भी शामिल होंगे। यह आयोजन युवाओं को विज्ञान और तकनीक से जोड़ने के लिए 'अमृत प्रयास' रणनीति का हिस्सा है। प्रतियोगिता में छात्रों को 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक रॉकेट ले जाना होगा। इस पहल से युवाओं में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।  

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश में कुशीनगर अब अंतरिक्ष विज्ञान के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष संवर्धन व प्राधिकरण केंद्र (इन -स्पेसी) पहली बार उत्तर भारत में इन-स्पेस माडल राकेट्री/कैनसेट इंडिया स्टूडेंट कंप्टीशन 2024-25 का आयोजन कर रहा है।

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    यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता 27 से 30 अक्टूबर तक तमकुहीराज स्थित नारायणी नदी के तट पर होगी। यहां 71 माडल राकेट लांच किए जाएंगे। 30 अक्टूबर को अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे, जबकि भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा को भी आमंत्रित किया जाएगा। शुक्रवार को लखनऊ के योजना भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में देवरिया के सांसद शशांक मणि ने इसकी जानकारी दी।

    उन्होंने बताया कि यह आयोजन 10 वर्षीय विजन ‘अमृत प्रयास’ रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देवरिया क्षेत्र में अंतरिक्ष जागरूकता की संस्कृति को विकसित करना और युवाओं को विज्ञान-तकनीक से जोड़ना है। आयोजन स्थल उनके संसदीय क्षेत्र का अंतिम छोर है, जो अति पिछड़ा है ऐसे में यह आयोजन इस क्षेत्र के लिए नए अवसरों का द्वार खोलेगा और बच्चों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जिज्ञासा को पंख देगा।

    प्रतियोगिता में देशभर के 71 विश्वविद्यालयों और तकनीकी संस्थानों की टीमों को भाग लेने के लिए चुना गया है, जिनमें करीब 600 छात्र और 120 मेंटर्स शामिल होंगे। इनमें 36 टीमें कैनसेट और 35 टीमें माडल राकेट्री श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करेंगी।

    प्रतिभागियों को ऐसा माडल राकेट तैयार करना होगा जो एक किलोग्राम का कैनसेट लेकर 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाएगा और सफलतापूर्वक उसका रिकवरी मिशन पूरा करेगा। प्रतियोगिता से पहले इन-स्पेस ने इसरो और यूपी सरकार के सहयोग से गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, जौनपुर, बहराइच, बुलंदशहर और गौतमबुद्धनगर में आर्ट-इन-स्पेस और स्पेस क्विज के जरिये लगभग 73,000 छात्रों तक जागरूकता अभियान चलाया है।

    इस पहल में अंतरिक्ष रथ नामक चलित प्रदर्शनी भी शामिल है, जो राकेट, सैटेलाइट और एस्ट्रोनाट सूट के जरिये विद्यार्थियों को प्रेरित कर रही है। इन-स्पेस के प्रमोशन निदेशालय के निदेशक डा विनोद कुमार ने कहा कि यह छात्रों को वास्तविक अंतरिक्ष मिशनों का अनुभव देगा और उन्हें भविष्य के वैज्ञानिक, इंजीनियर और उद्यमी बनने की दिशा में प्रेरित करेगा।

    विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, यूपी के प्रमुख सचिव पंधारी यादव ने कहा कि इस आयोजन से प्रदेश के युवाओं में नवाचार, अनुसंधान और स्टार्टअप भावना को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने इसे स्टेम शिक्षा ( विज्ञान, तकनीकी, इंजीनियरिंग, एस्ट्रोनामी, गणित) को सशक्त बनाने वाला मील का पत्थर बताया।