GYM में वर्जिश करें या घर पर फिट रहना जरूरी, इस सात Points में जानें फायदे Lucknow News
लखनऊ शहर में बढ़ रहा फिटनेस का क्रेज ऑनलाइन बाजार पर भी एक्सरसाइज एक्सेसरीज की अच्छी-खासी डिमांड है।
लखनऊ [जुनैद अहमद]। शरीर अगर तंदुरुस्त हो तो आप जीवन में अपना लक्ष्य आसानी से हासिल कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया अभियान के तहत हर नागरिक को फिटनेट के प्रति जागरूक किया जा रहा है। फिटनेस को लेकर राजधानी में भी लोग काफी जागरूक हैं। शहर में बढ़ रहा फिटनेस का क्रेज यहां के फिटनेस बाजारों की बढ़ती लोकप्रियता से लगाया जा सकता है।
गोमतीनगर स्थित एक मॉल में जिम में प्रयोग करने वाले सामान से लेकर घरों में एक्सरसाइज करने वाले सामान की विस्तृत रेंज उपलब्ध है। योग मैट से लेकर स्पोर्ट्स गारमेंट्स तक लोग खरीद रहे हैं। इसके अलावा जियामऊ स्थित फिटनेस की शॉप पर लोग जिम का सामान खरीदते हैं। पिछले करीब 35 वर्षो से फिटनेस एक्सेसरीज के विक्रेता विक्रम ग्रोवर बताते हैं कि पहले के दौर में आधुनिक मशीने नहीं थीं, मैनुअल एक्सेसरीज ही लोगों को उपलब्ध थी। जिम के लिए लोग डंबल, रॉड, प्लेट का प्रयोग करते थे। लोहे के ये उपकरण बहुत सालों तक प्रयोग किए जाते थे। आज भी इनको लोग प्रयोग करते हैं, लेकिन मशीनों ने इनका क्रेज काफी कम कर दिया है। मौजूदा समय में जिम में रोईंग मशीन, ट्रेडमिल, ट्राईसेप इंस्टेंशन, क्रॉस ट्रेनर, जिम बॉल, एक्सरसाइकिल काफी चलन में हैं।
घर पर ही बनाएं जिम
बाजार में सबसे ज्यादा मल्टीजिम मशीन का क्रेज है। बॉडी बिल्डिंग के लिए यह सबसे अच्छी मशीन है। दिखने में भी यह बहुत आकर्षक है। अभी नया वर्जन है। इसकी शुरुआती रेंज दो लाख से शुरू है। मसल्स बिल्डिंग के लिए सबसे उपयुक्त है। इसे प्रयोग करने से पहले ट्रेनर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
ऑनलाइन भी मिलता है अच्छा विकल्प
आजकल ऑनलाइन बाजार पर भी एक्सरसाइज एक्सेसरीज की अच्छी-खासी डिमांड है। अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन मार्केट के अलावा लोग ओएलएक्स पर भी इनकी खरीद कर रहे हैं। ओएलएक्स पर पुराने अथवा इस्तेमाल किए हुए बेंच, डंबल, बारबेल, प्लेट, टेडमिल वगैरह सस्ते में मिल जाते हैं। ऑनलाइन मार्केट में अक्सर कई तरह के ऑफर भी चलते हैं जो लोगों को लुभा रहे हैं।
रोईंग मशीन से बनाएं शोल्डर
अपर बॉडी के लिए बाजार में रोईंग मशीन उपलब्ध है। खासकर शोल्डर की कसरत के लिए यह मशीन इस्तेमाल की जाती है। अच्छे जिम में यह मशीन जरूर होती है। वहीं घरों पर भी इसे लगाया जा सकता है। यह कम जगह घेरते हैं और इसे चलाना भी बहुत आसान है। करीब एक लाख रुपये में अच्छी मशीन मिल जाएगी।
बच्चे सीखते हैं स्पोर्ट्स
डेक्लाथॉन के डिपार्टमेंट मैनेजर उजैन जहूर ने बताया कि मॉल में स्पोर्ट्स और जिम का हर सामान मिलता है। इसके अलावा हमारी हर स्पोर्ट्स की कम्युनिटी भी बनी हुई है। मॉल के बगल में एक हमारा ग्राउंड है, वहां पर कम्युनिटी के लोग फिट रहने के लिए ट्रेनिंग करते हैं। वहीं बच्चों के लिए भी शाम करीब डेढ़ घंटे ट्रेनिंग सेशन चलाते हैं। जिसमें बच्चों को साइकिलिंग से लेकर स्केटिंग और अन्य खेलों की ट्रेनिंग दी जाती है।
अमीनाबाद व नक्खास में स्पोर्ट्स की दुकानें
फिट रहने के लिए खेलकूद भी महत्वपूर्ण माध्यम है। क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल, टेनिस, बास्केटबॉल, वालीबॉल जैसे खेल को नियमित खेलने से फिट रहा जा सकता है। पुराने लखनऊ स्थित नक्खास व अमीनबाद समेत शहर के कई बाजारों में स्पोर्ट्स की दुकानें पर इन खेलों से संबंधित सामान आसानी से मिल जाता है। यह दुकानों वर्षो से स्पोर्ट्स के सामान के लिए मशहूर हैं।
एक्सरसाइज के फायदे अनेक
- बौद्धिक स्वास्थ्य : 30-40 मिनट की एक्सरसाइज बौद्धिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। मूड ठीक होता है। नई तंत्रिका कोशिकाओं का भी निर्माण होता है। स्मरण शक्ति की बेहतर होती है।
- बढ़ता आत्मविश्वास : व्यायाम से तनाव दूर होता है। आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
- हृदय रहता स्वस्थ : नियमित व्यायाम के रूप में किया गया शारीरिक श्रम हृदय को स्वस्थ रखता है।
- मधुमेह का खतरा कम : रोजना की एक्सरसाइज से शरीर में शर्करा की मात्र नियंत्रित रहती है। मधुमेह का खतरा कम हो जाता है।
- ब्लड प्रेशर सामान्य : व्यायाम ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर करता है। रक्त वाहिकाएं शिथिल होती हैं और ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है।
- मांसपेशियां मजबूत : मांसपेशियों में मजबूती आती है। वृद्धावस्था में भी हाथ-पैरों में ताकत बनी रहेगी और चलने फिरने में दिक्कत नहीं होगी।
- पीठ का दर्द कम : बैठने के गलत तरीके आदि के कारण पीठ में दर्द की शिकायत रहती है। व्यायाम और खिंचाव के जरिए इससे निजात पा सकते हैं।
ट्रेडमिल व एक्सरसाइकिल घरों मेंहोती है प्रयोग
विक्रम ग्रोवर बताते हैं कि जिम के अलावा घरों पर ट्रेडमिल व एक्सरसाइकिल काफी प्रयोग की जाती है। ट्रेडमिल को लोग रनिंग के लिए प्रयोग करते हैं, इसमें स्पीड और डिसटेंस को सेट किया जा सकता है। मशीन में सबकुछ डिस्प्ले होता रहता है।
क्या कहते हैं जिम ट्रेनर ?
जिम ट्रेनर प्रियंका कपूर का कहना है कि शरीर को फिट रखने के लिए सिर्फ आधे घंटे का व्यायाम सही हो सकता है, पर अगर मस्कुलर बॉडी चाहिए तो 45 मिनट का सेशन आदर्श माना जाता है। 10 मिनट का वार्म अप और व्यायाम के बाद पांच मिनट की कूल डाउन स्ट्रेचिंग करनी चाहिए। इससे मसल्स जल्दी विकसित होते हैं।