Kisan Mahapanchyat in Aligarh: अखिलेश यादव बोले-यूपी में अंधेर नगरी चौपट राजा, दिन में दुष्कर्म और रात में गांजा
Kisan Mahapanchyat in Aligarhअखिलेश यादव ने चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं को नमन किया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसानों के कानून के मामले में केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा।
अलीगढ़, जेएनएन। कृषि कानून के विरोध में किसानों के समर्थन में पहली बार महापंचायत में पहुंचे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष भारतीय जनता की केंद्र के साथ राज्य सरकार पर भी जमकर बरसे। अलीगढ़ के टप्पल में शुक्रवार को किसान महापंचायत में अखिलेश यादव पूरी लय में थे।
टप्पल के मैदान में आयोजित किसान महापंचायत के मंच पर पहुंचे अखिलेश यादव ने चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं को नमन किया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसानों के कानून के मामले में केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया। इस दौरान उन्होंने एक कहावत को बदले तर्ज में बोला। उन्होंने कहा कि बहुत पुरानी कहावत है। अंधेर नगरी चौपट राजा, लेकिन उत्तर प्रदेश में इसको बदला जा रहा है। उत्तर प्रदेश में हो रहा है कि अंधेर नगरी चौपट राजा, दिनदहाड़े दुष्कर्म और रात भर गांजा। यह जिसको भी देखना है तो यूपी में आजा। उन्होंने कहा कि बताओ तो उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की क्या हालत कर दी। सीएम योगी आदित्यनाथ तो कहते है कि ठोंक दो। ठोंक दो के चक्कर में पता नही पुलिस किसे ठोक दें यह भी ठीक नहीं है। अब वह अपराधी को ठोंक दे या फिर जनता को। उन्होंने कहा कि बताओ हमारे यहां ऐसी सरकार चल रही हैं।
किसान महापंचायत में अखिलेश यादव ने कहा कि आप सभी ने देश के किसानों को जगाया है। इस लड़ाई में हम आपके साथ हैं। हमको जब भी जब मौका मिलेगा कानून हटा देंगे। राकेश टिकैत तो बहादुर बाप के बहादुर बेटे हैं। टप्पल किसान आंदोलन की ऐतिहासिक भूमि है। आज की इस महापंचायत से बड़ा संदेश जाएगा। कृषि पर कानून बनाने वाले दस बजे ऑफिस जाते हैं, लेकिन किसान कभी बैठता नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे कार्यकाल में हमने उत्तर प्रदेश में जहाज उतारने वाली सड़क बनाई। भाजपा ने नोटबंदी व जीएसटी जैसे सारे गलत फैसले लिये। हमने तो 22 महीने में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बनाया था। योगी आदित्यनाथ सरकार तो ड्यूटी करने वालों के भी पैसे काट रही है। पुलिस वालों ने ड्यूटी भी की और पैसे भी काट गए। लॉकडाउन में पुलिस वालों के पैसे कटे, इसका जिम्मेदार कौन है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में तो बदलने वाले मुख्यमंत्री है। उद्घाटन का उद्घाटन करने वाले सीएम हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ तो लैपटॉप चलाना नहीं जानते हैं। उन्हेंं लाल टोपी से बहुत तकलीफ है।
भाजपा सरकार के काम पर अखिलेश ने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत को गुलाम बनाया था, भाजपा की सभी सरकार भी इसी कंपनी की तर्ज पर काम कर रही है। यही कंपनी आगे सरकार बन गई थी। यह सरकार बेचकर कंपनियों को दे रही है। भाजपा वाले सरकार को कंपनी बना रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार किसान के हित में कोई भी काम नहीं कर रही है। भाजपा की कोई भी सरकार किसानों की मदद नहीं कर रही है। किसानों पर थोपे गए कानून हटाए जा सकते हैं। अगर उनको किसी दबाव में रखेंगे तो हम विश्वगुरू कैसे बनेंगे। सरकार को किसान की मदद के बारे में सोचना ही होगा। अगर भाजपा की सरकार नहीं चेती तो किसान इनका घमंड तोड़ देंगे।
उन्होंने कहा कि हमने तो लोकसभा में किसानों के एमएसपी पर बात की। हमको अपेक्षित जवाब नहीं मिला। सरकार कम से कम जवाब तो दे कि कहां पर एमएसपी मिली है। भाजपा तो मिस्ड कॉल से मेंबर बना रही थी, अब क्या मिस्ड कॉल से किसान को एमएसपी मिलेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को स्ट्रॉबेरी में मुनाफा दिखता है। बताइये मथुरा, आगरा व अलीगढ़ में स्ट्रॉबेरी कहां है। हमारी तो मांग है कि किसानों को फसल की एमएसपी मिले। धान तो 900 से 1200 में बिक गया। सीएम को मक्के का दाम पता नहीं है। सारा मुनाफा उद्योगपति ले जाता है। दवाई और खाने में मुनाफा है। अखिलेश ने कहा कि कितने भाजपा वालों के पास खेत हैं। इन्हेंं धान और किसान की चिंता नहीं है। किसान ना होंगे तो जीवन क्या होगा। ना तो खाना होगा और न ही खेती होगी। अब बिना इन दोनों के जीवन कैसे चलेगा। यहां कोई ऐसा नहीं जो किसान ना हो। किसानों ने इस देश को बचाया है। भाजपा ने अन्नदाता को धोखा दिया है। किसानों को दिल्ली में अपमानित किया गया है।