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    KGMU: किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में ओपीडी पंजीकरण अब 11 बजे तक, डॉक्टर्स पर बोझ कम करने का प्रयास

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Tue, 31 May 2022 03:25 PM (IST)

    King George Medical University Lucknow किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में ओपीडी में आने वाले मरीजों का पंजीकरण अब एक बजे तक की जगह अब सु ...और पढ़ें

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    King George Medical University Lucknow: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय

    लखनऊ, जेएनएन। सेना के बड़े अधिकारी रहे लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) कुलपति डा. बिपिन ने डॉक्टर्स पर दबाव कम करने के प्रयास में नया और बड़ा कदम उठाया है। कुलपति ने ओपीडी का समय ही कम कर दिया है। अब ओपीडी में डॉक्टर्स मरीजों को सिर्फ तीन घंटा ही देखेंगे।

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    किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में ओपीडी में आने वाले मरीजों का पंजीकरण अब एक बजे तक की जगह अब सुबह आठ बजे से 11 बजे तक सीमित कर दिया गया है। ओपीडी में रजिस्ट्रेशन के लिए आनलाइन और आफलाइन व्यवस्था लागू है। ज्यादातर मरीज आफलाइन पंजीकरण के लिए ही आते हैं। इससे काउंटर पर काफी भीड़ होती। आनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए हेल्पलाइन नंबर (0522-2258880) और वेबसाइट https://ors.gov.in पर रजिस्ट्रेशन लिंक उपलब्ध करवाया गया है।

    केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एसएन शंखवार का कहना है कि आनलाइन रजिस्ट्रेशन को बढ़ावा देने के लिए यह व्यवस्था की गई है। हालांकि गंभीर मरीजों का पूर्ववत ही पंजीकरण किया जाएगा। केजीएमयू कुलपति डा. बिपिन पुरी का कहना है कि नई व्यवस्था से डाक्टरों पर भी बोझ कुछ कम हो सकेगा। 

    संस्थान में कल से लगेगी बायोमीटिक उपस्थिति : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में एक जून से बायोमीट्रिक प्रणाली के तहत चेहरा स्कैन कराने पर ही उपस्थिति दर्ज की होगी। कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि बायोमीट्रिक में उपस्थिति से ही संकाय सदस्यों और चिकित्सकों का वेतन बनाया जाएगा। केजीएमयू में हर विभाग में बायोमीट्रिक फेस रिकग्निशन मशीन लगाई गई है। इसे लेकर दंत संकाय समेत कुछ अन्य विभागों के चिकित्सकों में विरोध भी है। चिकित्सकों के अनुसार, इमरजेंसी, ओपीडी, आपरेशन थिएटर और वार्ड में राउंड आदि को मिलाकर उनके काम के समय का निर्धारण नहीं है। ऐसे में बायोमीट्रिक प्रणाली के द्वारा वेतन तय करना गलत होगा।