'ढाबा संचालक कोई ऐसा काम न करें...', DGP राजीव कृष्ण ने दी चेतावनी; बनाई गईं 60 पुलिस चौकियां
डीजीपी राजीव कृष्ण ने कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान किया जाएगा। कानून व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। 40 हजार सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। आधुनिक कंट्रोल रूम से 24 घंटे मॉनिटरिंग की जा रही है और इंटरनेट मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रबंधों की लगातार समीक्षा की जा रही है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा है कि ढाबा संचालक कोई ऐसा काम न करें, जिससे कांवड़ यात्रा की भावना आहत हो। ऐसा करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी। कांवड़ यात्रा की आड़ में कहीं कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने वालों से भी सख्ती से निपटा जाएगा।
ढाबा व खाद्य सामग्री से जुड़ी दुकानों के लिए स्पष्ट कानूनी स्थिति है। खाद्य एवं सुरक्षा विभाग इसकी अधिकृत एजेंसी है और उनकी टीमें लगातार ढाबों, आश्रय स्थलों व कैंप की चेकिंग कर रही हैं। पुलिस समन्वय, सहयोग व सुरक्षा के लिए उन टीमों के साथ है।
कोई व्यक्ति यदि खुद ऐसा करने का प्रयास करता है तो वह गलत है। डीजीपी ने कहा कि यदि कहीं ठीक ढंग से खाना न बनने अथवा ऐसी अन्य कोई शिकायत है तो उसकी जानकारी संबंधित अधिकारी काे दें। जिससे उसकी जांच हो सके। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व श्रद्धालुओं की सुविधा से कोई समझौता नहीं होगा।
डीजीपी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान सात स्तरीय सुरक्षा-व्यवस्था में तकनीक का भी भरपूर उपयोग किया जा रहा है। लगभग 40 हजार सीसीटीवी कैमरों व 400 ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही है। पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) बेस्ड ड्रोन का भी प्रयाेग हो रहा है, जिनकी फीड पुलिस मुख्यालय व जोनल मुख्यालयों को प्राप्त हो रही है।
इनकी मदद से अधिक भीड़ वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां पूरी सतर्कता बरती जा रही है। हर एक किलोमीटर बीट बनाकर बाइक पर दो पुलिसकर्मियों को मुस्तैद किया गया है। जो नियमित बीट पेट्रोलिंग कर रहे हैं। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर 60 पुलिस चौकियां भी स्थापित कराई गई हैं। प्रत्येक शिवालय पर भी पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
कांवड़ यात्रा की सुरक्षा में एटीएस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल व क्यूआरटी तैनात हैं। महाकुंभ की तर्ज पर कांवड़ यात्रा व शिव मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए डीजीपी मुख्यालय में मार्डन कंट्रोल रूम बनाया गया है। खासकर एंटी ड्रोन के साथ टीथर्ड ड्रोन की मदद से रियल-टाइम वीडियो फीड लेकर माडर्न कंट्रोल रूम से 24 घंटे मानीटरिंग की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर भी कड़ी नजर है।
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