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    लखनऊ से शाहजहांपुर का सफर अब फोर लेन में होगा सुहावना, 2022 के अंत तक काम होगा खत्म

    By Divyansh RastogiEdited By:
    Updated: Sun, 20 Dec 2020 04:57 PM (IST)

    लखनऊ 266 किमी. हाईवे पर 89 किमी होगा दो लेन बाकी चार लेन। वर्तमान में वाहनों की रफ्तार दो लेन होने से हो जाती है कम। रक्षामंत्री व सांसद राजनाथ सिंह ने एनएचएआइ से यह प्रोजेक्ट 4584.687 करोड़ में स्वीकृत कराया है।

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    लखनऊ : 266 किमी. हाईवे पर 89 किमी होगा दो लेन, बाकी चार लेन।

    लखनऊ, जेएनएन। नेशनल हाईवे एनएच 731 पर जल्द ही वाहनों की गति बढ़ते हुए दिखेगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) लखनऊ से पलिया के बीच हाईवे का निर्माण तेजी से कर रहा है। खासबात यह होगी कि लखनऊ से शाहजहांपुर की जो रोड है वह अब फोन लेन हो जाएगी और शाहजहांपुर से पलिया दो लेन पर वाहनों का संचालन होगा। रक्षामंत्री व सांसद राजनाथ सिंह ने एनएचएआइ से यह प्रोजेक्ट 4584.687 करोड़ में स्वीकृत कराया है। इसका लाभ लखनऊ से पलिया के बीच सफर करने वाले लाखों लोगों को मिलेगा। सफर के दौरान टोल प्लाजा भी प्रस्तावित है। यह काम वर्ष 2022 के अंत तक खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है।

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    सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि संडीला तक एनएचएआइ का काम पहुंच चुका है। यहां फोर लेन रोड भारी वाहनों के लिए और सुखद सफर का अहसास कराएगी। उन्होंने बताया कि हरदोई से लखनऊ के बीच 36.944 किमी. को पूरा करने में 787.749 करोड़ खर्च हो रहे हैं। इसी तरह हरदोई बाईपास से हरदोई जिले के बीच की दूरी 54.429 किमी. है, जिस पर 1099.822 करोड़ खर्च होंगी, वहीं शाहजहांपुर से हरदोई बाईपास की दूरी 85.641 किमी. है और इसे बनवाने में एनएचएआइ 1849.170 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। यह तीनों हाई वे एक ही रूट के चार लेन के होंगे। त्रिपाठी ने बताया कि शाहजहांपुर से पलिया के बीच दो लेन का हाईवे  बनाया गया है, जो 89 किमी का होगा। भविष्य में इसे फोन लेन करने की गुंजाइश रखी गई है। इसकी लागत 847.945 करोड़ आ रही है।

    लखनऊ-अयोध्या-गोरखपुर छह लेन का सर्वे शुरू

    दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ से अयोध्या होते गोरखपुर हाई वे को छह लेन करने का सर्वे शुरू हो गया है। भविष्य में छह लेन बनने से लखनऊ से गोरखपुर के बीच सफर और सुखद होगा। उन्होंंने बताया कि आगामी कुछ माह में इसका भी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर करीब चार हजार करोड़ से अधिक का खर्चा आएगा।