IPS Himanshu Kumar: विभागीय जांच खत्म होने के बाद डीआईजी बने आईपीएस हिमांशु कुमार, प्रोन्नति का आदेश जारी
उत्तर प्रदेश शासन ने 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार को डीआईजी के पद पर प्रोन्नति प्रदान कर दी है। उनकी पदोन्नति विभागीय जांच के चलते रुकी हुई थी लेकिन 19 नवंबर को जांच समाप्त होने के बाद उनकी प्रोन्नति का आदेश जारी कर दिया गया है। हिमांशु कुमार मणिपुर हिंसा की जांच के लिए भेजी गई सीबीआई की विशेष टीम के सदस्य भी हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। शासन ने 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार को डीआईजी के पद पर प्रोन्नति प्रदान कर दी है। विभागीय जांच के चलते उनकी एसपी के पद से डीआईजी के पद पर पदोन्नति रुकी थी। विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में उनका लिफाफा बंद रहा था।
शासन ने 19 नवंबर को उनके विरुद्ध चल रही जांच समाप्त कर दी थी, जिसके बाद उनकी प्रोन्नति का आदेश जारी कर दिया गया है।
हिमांशु कुमार मणिपुर हिंसा की जांच के लिए भेजी गई सीबीआई की विशेष टीम के सदस्य भी हैं। वापसी के बाद उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
लगभग पांच वर्ष पूर्व गौतमबुद्धनगर के तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने कई आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इनमें हिमांशु कुमार पर ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप था। मामले में विजिलेंस जांच भी हुई थी। पिछले वर्ष हिमांशु कुमार को जांच में क्लीन चिट मिल गई थी।
डाॅ. रतन पाल सिंह बन सकते हैं डीजी हेल्थ
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक के पद से शनिवार को डॉ. ब्रजेश राठौर सेवानिवृत्त हो जाएंगे। ऐसे में परिवार कल्याण महानिदेशक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे डॉ. रतन पाल सिंह सुमन को डीजी हेल्थ बनाने की तैयारी की जा रही है। वैसे तो वरिष्ठता सूची में महानिदेशक, प्रशिक्षण डॉ. सुषमा सिंह सबसे ऊपर हैं, लेकिन उन्हें यह पदभार देने की संभावना काफी कम है।
वहीं, बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन अरुण बीते दिनों महानिदेशक के पद पर प्रोन्नत हो चुके हैं। उन्हें महानिदेशक परिवार कल्याण की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। जल्द नई तैनाती का आदेश जारी किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड को मिले नए जेल अधिकारी
उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड कारागार प्रशासन को नए अधिकारी मिल गए हैं। लखनऊ के डॉ. संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के तीन जेल अधीक्षकों व उत्तराखंड के 17 डिप्टी जेलर की पासिंग आउट परेड हुई।
118 वें दीक्षांत समारोह में डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने कहा कि नए जेल अधिकारियों के मिलने से उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की जेलों की सुरक्षा-व्यवस्था और मजबूत होगी। उन्होंने नए जेल अधिकारियों को पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अपना दायित्व निभाने के लिए प्रेरित किया।
जेल अधीक्षक प्रीती यादव ने पासिंग आउट परेड का नेतृत्व किया। उन्हें बेस्ट कैडेट भी चुना गया। परेड में जेल अधीक्षक कुलदीप कुमार द्वितीय कमांडर व मुकेश कुमार तृतीय कमांडर रहे। संस्थान के निदेशक व डीआईजी आरएन पांडेय ने प्रशिक्षु अधिकारियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।