Invest UP: इन्वेस्ट यूपी ने GCC निवेश के लिए विशेष डेस्क बनाई, यूपी को ग्लोबल हब बनाने की तैयारी
इन्वेस्ट यूपी ने जीसीसी में निवेश बढ़ाने के लिए विशेष डेस्क बनाई है जिसमें चार कर्मचारी तैनात हैं। यह डेस्क निवेश प्रस्तावों को स्वीकृत कराने और नीति संशोधन के लिए सुझाव देगी। सरकार ने आईटी वित्त जैसे क्षेत्रों में जीसीसी नीति लागू की है जिससे डेटा विश्लेषण और कस्टमर केयर जैसी सेवाएं मिलेंगी। लखनऊ को उभरते हब के रूप में विकसित किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। इन्वेस्ट यूपी ने वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) में ज्यादा से ज्यादा निवेश के लिए विशेष डेस्क की स्थापना की है। जीसीसी समर्पित इस डेस्क को राज्य में जीसीसी केंद्रों की स्थापना और निवेश को बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जीसीसी डेस्क पर चार कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
यह डेस्क निवेश के आवेदनों को विभिन्न स्तर पर स्वीकृति दिलाएगी। साथ ही उत्तर प्रदेश को जीसीसी का हब बनाने के लिए अन्य राज्यों की नीतियों का अध्ययन कर इन्वेस्ट यूपी को नीति में संशोधन संबंधी सुक्षाव भी देगी।
उत्तर प्रदेश में आइटी, वित्त, मानव संसाधन और ग्राहक सहायता जैसे क्षेत्रों में जीसीसी की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने जीसीसी नीति लागू की है। इन केंद्रों के माध्यम से दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए डाटा एनालिसिस, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, अकाउंटिंग, इंजीनियरिंग सपोर्ट और कस्टमर केयर जैसी सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
वर्तमान में देश में साफ्टवेयर व टेक्नालाजी के क्षेत्र से जुड़े सबसे ज्यादा 38 प्रतिशत जीसीसी संचालित किए जा रहे हैं। इसके अलावा बैंकिंग, वित्त और बीमा, टेलीकाम, आटो, फार्मा, रसायन, सेमीकंडक्टर और मेडिकल जैसे क्षेत्रों में भी तेजी के साथ वैश्विक क्षमता केंद्रों की स्थापना की जा रही है।
इन्वेस्ट यूपी के अध्ययन के अनुसार अभी तक वैश्विक क्षमता केंद्रों में करीब 18 लाख युवाओं को रोजगार मिला है। बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और नोएडा जैसे बड़े शहर वैश्विक क्षमता केंद्रों के हब बन चुके हैं। इन शहरों में माइक्रोसाफ्ट, अमेजन, डेलाइट, एचपी, सैमसंग जैसी कंपनियों के जीसीसी चल रहे हैं।
सरकार ने राज्य में वैश्विक क्षमता केंद्रों की स्थापना के लिए आठ शहरों का चयन किया है। इनमें नोएडा को वैश्विक हब, लखनऊ को उभरता हुआ हब और आगरा, मेरठ, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी व प्रयागराज को सैटेलाइट सेंटर्स के रूप में विकसित किया जाएगा।
इन शहरों में ज्यादा से ज्यादा वैश्चिक क्षमता केंद्रों की स्थापना व निवेश के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने को लेकर इन्वेस्ट यूपी ने बड़े बिल्डरों के साथ बैठकें कर केंद्रों की स्थापना के लिए भवनों व स्थानों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है।
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